वो तीन दिन बना गए जयपुर का यह क्या हाल, उड़े जिम्मेदारों के होश
शहर में सफाई का वादा करने वाले नगर निगम की पोल दिवाली के बाद ही खुल गई।
वो तीन दिन बना गए जयपुर का यह क्या हाल, उड़े जिम्मेदारों के होश
जयपुर. शहर में सफाई का वादा करने वाले नगर निगम की पोल दिवाली के बाद ही खुल गई। आठ हजार से अधिक सफाईकर्मी होने के बावजूद शुक्रवार को सड़कों पर जगह-जगह कचरे के ढेर दिखाई दिए। यही नहीं, घरों से भी 2-3 दिन से कचरा नहीं उठा। ऐसे में हजारों मीट्रिक टन कचरा इकटï्ठा हो गया।
एक ओर निगम दिवाली पर सफाई व्यवस्था को बेहतर करने की बात कर रहा था, वहीं दूसरी ओर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के दावे भी खोखले साबित हुए। निगम की ओर से आठ दिवसीय दीपावली सफाई महाअभियान भी चलाया गया, लेकिन वह भी शहर को साफ नहीं कर पाया।
नगर निगम ने शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए आठ जोनों में महाअभियान की रूपरेखा तो बहुत अच्छे से तैयार की, लेकिन उसको अमलीजामा पहनाने में चूक गया। उसी का परिणाम है कि शहर में कचरे के ढेर लग गए और सफाई व्यवस्था पूरी तरह से फेल होती दिखी। महाअभियान में सफाईकर्मियों की संख्या से लेकर रूट तक निर्धारित किए गए थे।
आम दिनों की तुलना में त्योहार के समय घरों से भी अतिरिक्त कचरा निकलता है, लेकिन शहर के अधिकतर हिस्सों में हूपर की आवाजाही तीन दिन से बंद है। ऐसी स्थिति में घरों में ही कचरा इकट्ठा हो रहा है। कुछ लोग तो आसपास के डम्पिंग जोन में कचरा फेंकने तक जा रहे हैं। यही नहीं, सड़क से कचरा नहीं उठने पर लोगों ने उसमें आग तक लगा दी।
कैसे सफल होगा स्वच्छता सर्वेक्षण : स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर लगातार निगम में बैठकें हो रही हैं। अधिकारियों ने सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों पर सख्ती दिखाना भी शुरू कर दिया है, लेकिन बिना सफाई व्यवस्था के कैसे सर्वेक्षण सफल होगा। बता दें कि 4 से 31 जनवरी तक शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण चलाया जाएगा।
Home / Jaipur / वो तीन दिन बना गए जयपुर का यह क्या हाल, उड़े जिम्मेदारों के होश