जानकारी के अनुसार, कस्बे में पानी की किल्लत को देखते हुए सरकार की ओर से कस्बे को शेरगढ़ परियोजना से जोड़ा गया था। जिसके तहत कस्बे में शेरगढ़ का पानी पहुंचाने के लिए परियोजना के ठेकेदार की ओर से यहां लाइनें बिछाई गई थीं। जो समय अवधि पार होने के बाद यहां आनन-फानन में पुरानी सप्लाई लाइन के ऊपर ही मुख्य सड़क से कम गहराई में बिछा दी गई। ऐसे में यहां से कई बार वाहनों की आवाजाही के चलते पाइप टूट जाता है।
बतादें कि कस्बे के सालपुरा क्षेत्र स्थित शेरगढ़ परियोजना के पंप हाउस से कवाई तेजाजी चौक स्थित जलदाय विभाग परिसर स्थित टंकी में जोड़ने के लिए कस्बे से होकर निकलने वाले स्टेट हाईवे से होकर लाइन बिछाई गई थी। जिसको तेजाजी चौक के सामने स्टेट हाईवे से क्रॉस करते समय पुरानी लाइन के ऊपर ही सड़क से कम गहराई में बिछा दिया गया। पाइप टूटने के बाद पीने योग्य हजारों लीटर पानी यूं ही सड़कों पर बहकर बर्बाद हो रहा है। इतना ही नहीं, यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी इससे परेशानी होती है, तो वहीं पैदल आवाजाही में भी राहगीरों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। सड़क पर कीचड़ होने से आस पास के दुकानदार भी परेशान हैं। उधर, फूटे पाइप लाइनों से पानी व्यर्थ बहने से कस्बे की पेयजल सप्लाई में भी आयेदिन समस्या होती है।