होती हैं लंबी दूरी की ट्रेनें प्रभावित
जयपुर जंक्शन से आने-जाने वाली कई ट्रेनों में कोच की संख्या 24 तक है। उन्हें प्लेटफॉर्म एक की बजाय प्लेटफॉर्म तीन और चार से संचालित किया जाता है। हावड़ा सुपरफास्ट, मुुंबई सुपरफास्ट, योगा एक्सप्रेस, मंडोर एक्सप्रेस, राजकोट-दिल्ली सुपरफास्ट व पूजा एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों में दिक्कत होती है। प्लेटफॉर्म बड़ा होने उन्हें एक नंबर से संचालित किया जा सकेगा।
वहीं दूसरी ओर सालों से विवादित चले आ रहे बीआरटीएस (बस रेपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर को भी अब जल्द ही शहर से हटाया जा सकता है। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में हुई स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की बैठक में बीआरटीएस कोरिडोर को हटाने का भी फैसला लिया गया। बैठक के बाद परिवहन मंत्री ने कहा कि राजधानी में 2018 के आंकड़ों को देखें तो इनमें से 1271 मौतें सडक़ हादसों में हुई हैं। इनमें से अधिकतर मौत बीआरटीएस कॉरिडोर के कारण ही हुए हैं। परिवहन मंत्री ने कहा कि कॉरिडोर यूडीएच के अधीन आता है, इसीलिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा, जिसे यूडीएच को भेजा जाएगा। अगली बैठक में यूडीएच मंत्री शांति धारिवाल को बुलाकर कॉरिडोर की समस्या के बारे में बताकर हटाने की बात की जाएगी। बता दें कि सांगानेर और विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र के लोग इसे शुरू से हटाने की मांग कर रहे हैं। हर बार चुनावों में इसे मुद्दा बनाया जाता है, लेकिन अभी तक कोई सरकार इसे बंद करने का निर्णय नहीं ले पाई है।