अगाथा क्रिस्टी के नॉवल ‘स्पार्कलिंग सायनाइड’ पर आधारित यह नाटक अपनी मिस्ट्री के लिए जाना जाता है। नाटक में दिखाया गया है कि एक शहर में एक पति और पत्नी बड़े प्यार से अपना जीवन गुजार रहे हैं और अचानक उस व्यक्ति की पत्नी की रहस्यमय मौत हो जाती है। पत्नी की मौत का इन्वेस्टिगेशन करते हुए उस व्यक्ति की भी मौत हो जाती है। इसके बाद पुलिस और उस व्यक्ति के दोस्त इस मिस्ट्री को सुलझाने में लग जाते हैं कि उन दोनों ने आत्महत्या की है या किसी ने मर्डर किया है।
एेसे होती थी रिहर्सल ग्रुप की मेम्बर आकृति धरेन्द्र ने बताया कि 2017 में ‘रंगीन चश्मे’ ग्रुप को हमने राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी नागपुर में आइआरएस की ट्रेनिंग के दौरान बनाया था और प्लानिंग की थी कि हर साल एक नाटक जरूर करेंगे। ट्रेनिंग के दौरान हमने ‘आषाढ़ का एक दिन’ और ‘इंतजार’ नाटक प्रस्तुत किए थे। जयपुर में हम पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह नाटक कर रहे हैं ताकि नाटक की कमियों को आगे के लिए सुधार सकें। ग्रुप के सदस्यों ने नाटक की रिहर्सल के लिए तय किया कि रोजाना 9.30 से 10.30 बजे तक कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए सभी नाटक की स्क्रिप्ट पर काम करेंगे। अपने काम और फैमिली टाइमिंग से समय निकालकर तय समय पर सभी मेम्बर नाटक की तैयारी में साथ निभाते। यहां तक कि कई बार कुछ मेम्बर रेड पर होने के बावजूद वहीं से रिहर्सल के लिए समय निकालते। ग्रुप मेम्बर अंकित और प्रियंका की शादी हाल ही में हुई थी और वे घूमने के लिए आइसलैंड गए थे। इस दौरान वे कॉन्फ्रेंस कॉल में शामिल नहीं हो पाते थे, लेकिन उस टाइमिंग ड्यूरेशन में ही नाटक के डायलॉग और लाइंस याद किया करते थे।