करीब 9 किलोमीटर लम्बे रूट पर महिला, युवा मोर्चा, मण्डलों ने एक दर्जन से ज्यादा जगह स्वागत किया। किसी ने साफा पहनाया तो किसी ने हल देकर किसान हितैषी होने का संदेश दिया। इस सफर में उनके साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया साथ रहे। नड्डा को तलवार और भगवान गणेशजी की तस्वीर भी भेंट की गई। नड्डा ने गांधी सर्किल पर रुके और महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने पुष्प अर्पित किए। एयरपोर्ट पर स्वागत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री व अन्य नेता अपनी गाड़ियों से बिड़ला सभागार के लिए रवाना हो गए थे। एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, भाजपा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, सह प्रभारी भारती बेन शियाल, केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, ओमप्रकाश माथुर, सांसद रामचणरण बोहरा, राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सहित भाजपा के कई बड़े नेताओं ने एयरपोर्ट पर नड्डा का स्वागत किया।
वसुंधरा खेमे के नेता भी आगे नजर आए वसुंधरा खेमे के नेता भी स्वागत में आगे दिखे। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, विधायक नरपत सिंह राजवी, सुरेंद्र पारीक, मोहन लाल गुप्ता, सांसद रामचरण बोहरा, कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी सहित कई नेता एयरपोर्ट और बिड़ला आॅडिटोरियम में नड्डा के स्वागत में जुटे नजर आए। ये सभी नेता पिछले दिनों राजे के साथ गोविंददेवजी मंदिर और काले हनुमानजी मंदिर में नजर आए थे।
गुटबाजी का ठीकरा मीडिया पर फोड़ा प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने गुटबाजी का ठीकरा मीडिया पर फोडते हुए कहा कि भाजपा एकजुट है। मीडिया जो बता रहा है, वह सत्य नहीं है। मीडिया को मजा आता है, इसलिए ऐसी स्थिति बनती है। एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह एक ही गाड़ी में पहुंचे।
नड्डा को काले कपड़े दिखाने की कोशिश, पुलिस ने खदेड़ा नड्डा को रामबाग सर्किल पर काले कपड़े दिखाने की कोशिश की गई। नड्डा का काफिला जैसे ही रामबाग सर्किल पहुंचा तो कुछ युवक काला कपड़ा लहराते हुए काफिले की तरफ बढ़े, लेकिन पुलिस ने तुरंत उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस बीच कुछ भाजपा कार्यकर्ता गुस्से में आ गए और उनकी तरफ बढ़े, लेकिन पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझाकर रवाना किया। ये सभी कृषि बिल वापस लेने की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि एनएसयूआई के कार्यकर्ता राजेंद्र गोरा भी इसमें शामिल थे। सभी को पुलिस ने हिदायत देकर छोड़ दिया।