यह भी पढें : शहर में चोरों की धमाचौकडी, घर, होटल और दुकान को बनाया निशाना गांधीनगर थाना प्रभारी सुरेन्द्र सिंह ने स्वयं अपनी ओर से यह प्राथमिकी दर्ज की है। इसके अनुसार प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित छात्रों को समझाने की कोशिश की। लेकिन हरिओम ने छात्रों को और अधिक हंगामे के लिए उकसा दिया। इस पर छात्रों ने पहले प्राचार्य और स्टाफ को कमरे से बाहर निकालने की कोशिश की। इसके बाद वहां मौजूद दो महिला पुलिसकर्मियों को निर्वस्त्र करने के उद्देश्य से गिरेबान पकड़ कर उनके कपड़े खींचने लगे।
यह भी पढें : खून जमा देने वाली सर्दी में मर गया आंखों का पानी इस दौरान छात्रों ने महिलाओं को अपशब्द भी कहे। हालांकि कॉलेज प्रशासन ने ऐसी घटना की जानकारी नहीं होने की बात कही है। पुलिस ने हरिओम के अलावा योगेश, रामराज, गोपाल और मुकेश के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
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गौरतलब है कि शुक्रवार को कॉलेज आयुक्त का राजकीय कॉलेज में आने का कार्यक्रम था। इसी कॉलेज के मूक-बधिर और अन्य छात्र कॉलेज के स्थाई भवन सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन देने के लिए एकत्रित हुए थे। लेकिन किसी ने पुलिस को प्रदर्शन की सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ज्ञापन देने के लिए एकत्रित हुए छात्रों को बाहर करने लगे। इस बीच छात्रों ने इसका विरोध किया। इस दौरान पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए उन पर लाठीचार्ज कर दिया था।
गौरतलब है कि शुक्रवार को कॉलेज आयुक्त का राजकीय कॉलेज में आने का कार्यक्रम था। इसी कॉलेज के मूक-बधिर और अन्य छात्र कॉलेज के स्थाई भवन सहित अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन देने के लिए एकत्रित हुए थे। लेकिन किसी ने पुलिस को प्रदर्शन की सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ज्ञापन देने के लिए एकत्रित हुए छात्रों को बाहर करने लगे। इस बीच छात्रों ने इसका विरोध किया। इस दौरान पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदतमीजी करने का आरोप लगाते हुए उन पर लाठीचार्ज कर दिया था।