उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई शिकायत लेकर आता है वह भी कहते हैं कि हमें एक नियुक्ति दे दो, हम बहुत लंबे समय से काम कर रहे हैं। यह नियुक्ति मेरे समझ के परे है और यह राजनीतिक नियुक्तियां जो है यह राजनीतिक नहीं होती है। देश में ये पहली बार हुआ है, जब हमने प्रभारी मंत्री को यह अधिकार दिया है। वह जिले में जाएं, जनप्रतिनिधियों और संगठन के लोगों से बात करके कलेक्टर की अध्यक्षता और पुलिस कमेटियों में अच्छे काम करने वालों को एडजस्ट किया जाए। गहलोत ने कहा कि 31 नवंबर तक नाम को लेकर सूचियां बन जाएगी। इसके बाद सलाह करके नियुक्तियां दे देंगे।
उम्मीदवार पर निर्भर
प्रदेश के 49 नगर निकायों के नतीजे 19 को आएंगे, इसे लेकर गहलोत ने साफ किया कि चुनाव नगर निकायों के होते हैं तो निर्भर करता है उम्मीदवार कौन खड़ा हुआ है, कौन काम करता आया है पहले से। लोकल बॉडी चुनाव में ज्यादातर यही होता है।
फांसी की सजा मिलनी चाहिए
मिलावटरखोरों पर कार्रवाई को लेकर गहलोत ने कहा कि ऐसे लोगों को तो फांसी की सजा होनी चाहिए। पहले हमने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया था। इनका कोई परमानेंट इलाज करना पड़ेगा, इस बारे में हम सोच रहे हैं कि क्या कर सकते हैं।