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जयपुर

कांग्रेस की दो और भाजपा की एक सीट पर जीत तय, एक के लिए चलेगा जोड़तोड़

 
— राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन आज से— दोनों ही दल कर रहे प्रत्याशी चयन पर मंथन— राज्यसभा चुनावों में राजस्थान में सियासी पारा गरमाया — बाड़ाबंदी पर भी चल रहा विचार

जयपुरMay 24, 2022 / 12:04 pm

Arvind Singh Shaktawat

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राजस्थान की 4 सीटों समेत पूरे देश में 15 राज्यों की कुल 57 सीटों पर 10 जून को राज्यसभा चुनाव के लिए होगा मतदान


जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मंगलवार से चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई। दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत तय मानी जा रही है। एक सीट पर मुकाबला रोचक होने की संभावना है, क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों के पास ही चौथी सीट पर जीत के लिए जरूरी बहुमत नहीं है।
चौथी सीट पर जीत का सारा दारोमदार निर्दलीय एवं अन्य दलों पर रहेगा। इस िस्थति को देखते हुए राजस्थान में एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस में अंदर खाने बाड़ाबंदी को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश के दोनों प्रमुख दलों में उम्मीदवार चयन को लेकर मशक्कत चल रही है, क्योंकि दावेदारों की संख्या काफी है।
नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो रही है और 31 मई तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। मतदान 10 जून को होगा। कांग्रेस की 1 व 2 जून को बड़ी बैठक होने जा रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद विधायकों को होटल में रखा जा सकता है। हालांकि अभी कांग्रेस-भाजपा नेता बाड़ाबंदी को लेकर यही कह रहे हैं कि जरूरत पड़ी तो की जाएगी। क्योंकि चौथी सीट कांग्रेस-भाजपा में से कोई भी दल निर्दलीय, बीटीपी, आरएलपी और माकपा विधायकों से समर्थन लिए बगैर नहीं जीत सकता। वैसे वोटों के हिसाब से चौथी सीट के लिए कांग्रेस मजबूत स्थिति में दिख रही है, लेकिन भाजपा भी इस सीट को छोड़ने के मूड में कतई नहीं है।
जीत के लिए वोट गणित
भारत निवार्चन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक कांग्रेस अगर 3 प्रत्याशी खड़ा करती है तो उन्हें जीत दिलाने के लिए 41-41-41 के हिसाब से पहली वरीयता के 123 वोट चाहिए। वहीं भाजपा 2 प्रत्याशी मैदान में उतारती है तो उन्हें जीतने के लिए पहली वरियता के 41-41 के हिसाब से 82 वोट की जरूरत होगी। वोट गणित के हिसाब से देखें तो कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं। वहीं भाजपा के पास 71 विधायक हैं। इनके अलावा 13 निर्दलीय, 1 आरएलडी, 2 बीटीपी, 3 आरएलपी, 2 माकपा विधायक हैं। आरएलडी सरकार में शामिल है। कांग्रेस में सियासी घमासान के दौरान निर्दलीय, बीटीपी और माकपा विधायकों ने साथ दिया था। ऐसे में कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत मानकर चल रही है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि उसके साथ 124 विधायक हैं। आरएलपी ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं, वहीं बीटीपी विधायक सरकार से नाराजगी जाहिर कर अपना समर्थन वापस ले चुके हैं।

कांग्रेस में प्रियंका गांधी के अलावा ये नाम चर्चा में
कांग्रेस में तीन उम्मीदवारों की बात की जाए तो एक नाम दिल्ली से आना बताया जा रहा है और दो नाम राज्य स्तर पर तय हो सकते हैं, लेकिन जातिगत समीकरणों के चलते चर्चा में कई नाम चल रहे हैं। इनमें राजस्थान कांग्रेस के वर्तमान प्रभारी अजय माकन और पूर्व में प्रभारी रह चुके मुकुल वासनिक और अविनाश पाण्डे का नाम चर्चा में हैं। इसके अलावा प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, पी. चिदंबरम और जितेंद्र सिंह के नाम की ज्यादा चर्चा है।

भाजपा में दूसरी सीट पर उम्मीदवार उतारने पर चल रहा मंथन
भाजपा राज्यसभा चुनावों को लेकर प्रदेश कोर कमेटी की बैठक कर चुकी है। इस बैठक में छह नामों पर प्रारंभिक चर्चा हो चुकी है। बैठक में ओम प्रकाश माथुर, घनश्याम तिवाड़ी, अलका गुर्जर, भजन लाल शर्मा, मुकेश दाधीच, अजयपाल सिंह के नामों पर चर्चा हुई। हालांकि, सुनील जाखड़ के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करते ही फिर से नए समीकरण बैठाए जा रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि सुनील जाखड़ कोे राजस्थान और उत्तर प्रदेश में से किसी एक राज्य से राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि, ओम प्रकाश माथुर को मजबूत दावेदार माना जा रहा है। अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान करेगी। दूसरी सीट पर भी भाजपा अपना प्रत्याशी उतारने पर गंभीरता से मंथन कर रही है। पार्टी नहीं चाहती है कि कांग्रेस को वॉक ओवर मिले। इसलिए दूसरी सीट पर प्रत्याशी उतारने को लेकर दिल्ली में बड़े नेताओं के बीच मंथन चल रहा है।
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