ज्योतिषाचार्य पंडित दीपक दीक्षित बताते हैं कि यह व्रत सभी प्रकार के कष्ट और पापों को नष्ट करता है। त्रयोदशी व्रत करने वाले को 100 गायें दान करने का फल प्राप्त होता है. खास बात यह भी है कि अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत का भी अलग-अलग महत्व होता है। गुरूवार को आने वाले प्रदोष को गुरू प्रदोष कहा जाता है जिसका विशेष महत्व है। इस बार 2 जुलाई को गुरू प्रदोष व्रत है.
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई के अनुसार गुरु प्रदोष व्रत शत्रुओं का विनाश करने वाला माना गया है। यदि आपके जीवन में शत्रु हावी हो रहे हों तो इस दिन व्रत रखकर शिवजी की पूरी श्रदृधा से आराधना करें. गुरूवार को शाम को ओमकार मंत्र ओम नम: शिवाय का ज्यादा से ज्यादा जाप करें. विश्वासपूर्वक की गई शिव आराधना का फल जरूर प्राप्त होगा।