उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष आज भी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं। वे सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट का सम्मान कर रहे हैं। राजभवन के घेराव को लेकर खाचरियावास ने कहा कि राज्यपाल कलराज मिश्र के ऊपर एक भी कंकर आएगा तो पहला कंकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके मंत्रिमंडल के साथी और पुलिस लेगी।
जनता राज्यपाल से लडऩे नहीं आएगी। नाम घेराव का होता है। प्रदर्शन करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। इस पूरे प्रकरण में भाजपा राजनीति कर रही है। वहीं, बागियों को लेकर उन्होंने कहा कि बागी कुछ भी कहें कि यदि वे कांग्रेस के हैं तो मंच पर आओ। सरकार के अल्पमत में होने बयान क्यों देते हैं? वे भाजपा के षड्यंत्र में आ रहे हैं।
संविधान और लोकतंत्र खतरे में-शर्मा
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने होटल के बाहर कहा कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। भाजपा धनबल के माध्यम से चुनी हुई सरकारों को गिराने का षड्यंत्र रच रही है। ऐसे में कांग्रेस के पास राजभवन पर प्रदर्शन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। केंद्र सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं दुरुपयोग कर रही है। ऐसे ही चलता रहा तो लोकतंत्र खतरे में आएगा तो देश तानाशाही की तरफ बढ़ जाएगा।