दरअसल सदर थाना इलाके के बस्ती गांव में रहने वाले प्रभु ने एक महीने पहले सुसाइड़ कर लिया था। वह अपनी अविवाहित प्रेमिका के साथ रात के समय बाइक पर जा रहा था। रास्ते में तीन युवकों ने उस पर हमला कर दिया और उसकी प्रेमिका का उठाकर ले गए। तीनों ने अपने दो और साथियों को मौके पर बुला लिया। उसके बाद पांचो मिलकर प्रभु कुमार की प्रेमिका को उठाकर एक गांव के बाहर एक सुनसान स्थान पर ले गए। उसे जबरन शराब पिलाई और पूरी रात पांचों ने मिलकर दस बार उसके साथ गैंगरेप किया। बाद में जब बेहोश प्रभु को होश आया तो उसने प्रेमिका की तलाश की। वह उसे गांव के बाहर अचेत हालात में मिली। उसने होश में आकर प्रभु को सबकुछ बताया तो प्रभु उस रात उसे घर छोड़ आया और बाद में उसने फांसी लगाकार जान दे दी। उसके बाद जब पुलिस ने प्रभु का मोबाइल फोन खंगाला तो उसकी प्रेमिका तक पुलिस पहुंची। प्रेमिका ने बताया कि गांव के पांच युवकों सुनील,विकास,जितेन्द्र,नरेश और सुनील ने उसके साथ रेप किया और इस कारण से डेढ़ महीने का भ्रूण नष्ट हो गया। प्रभु के बारे में उसकी प्रेमिका ने बताया कि वे दोनो जल्द ही शादी करने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन इस हादसे के बाद प्रभु टूट गया और उसने सुसाइड़ कर लिया।