दरअसल, कोरोना संकट के चलते बिना परीक्षा प्रमोट किए जाने की मांग कर रहे हैं, वहीं राजस्थान विश्वविद्यालय समेत अन्य ने परीक्षाओं का टाइम टेबल घोषित कर देने की जानकारी आते ही एनएसयूआई की नाराजगी बढ़ गई है। बिना परीक्षा प्रमोट करने की मांग को लेकर एनएसयूआई पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रही है। सोशल मीडिया पर भी यह मांग उठाई जा रही है। कोरोना संकट से उपजी स्थितियों को वजह बताया जा रहा है। एनएसयूआई की ओर से कई राज्यों के उदाहरण रखते हुए राज्य में भी छात्रों को बिना परीक्षा प्रमोट करने की मांग की जा रही है। लेकिन विश्वविद्यालयों की ओर से परीक्षाओं के टाइम टेबल जारी करना शुरू कर दिए गए हैं। जिससे नाराजगी बढ़ने से एनएसयूआई ने धरने को भूखहड़ताल में बदल दिया है।
एनएसयूआई के प्रवक्ता रमेश कुमार भाटी ने बताया कि छात्रों को प्रमोट करने की मांग को लेकर राजस्थान विवि में शनिवार को राहुल मीणा,आमिर खान शेखावाटी, रोहिताश मीणा,धर्मवीर लांबा, सोनू बैरवा ने भूख हड़ताल शुरू की। इस दौरान छात्रनेता महावीर गुर्जर, एनएसयूआई के इकाई अध्यक्ष अशोक पूनिया ने इन्हें माला पहनाकर मांगों का समर्थन किया।
इतना ही नहीं, #जीतेगा_छात्र_जीतेगा_राजस्थान के जरिए ट्विटर पर एनएसयूआई की ओर से मुहिम चलाई गई है। संगठन मांग कर रहा है कि छात्र हित में फैसला लेते हुए विद्यार्थियों को प्रमोट करना चाहिए। प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को स्थाई रूप से प्रमोट किया जाए। साथ ही फाइनल इयर के छात्रों को पिछले साल के मुकाबले 20 फीसदी अधिक अंक देकर प्रमोट करना चाहिए।