इससे पहले सैंकड़ों की तादाद में दलित समाज के लोग दोपहर 12.30 बजे स्टेच्यू सर्किल पर एकत्रित होंगे और यहां से रैली के रूप में सी-स्कीम, भाजपा कार्यालय होते हुए 22 गोदाम पहुंचेंगे। विधानसभा पर प्रदर्शन करने के बाद दलित समाज का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर दलित समाज के साथ होनी वाली घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग करेंगे। पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल बताया कि आए दिन राज्य में दलितों के खिलाफ बढ़ रही घटनाओं से दलित समाज में भारी आक्रोश व्याप्त है।
सुशासन और जवाबदेही सरकार की बात करने वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह मंत्री का प्रभार भी है उनके अधिकारी इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह असफल हो रहे हैं I गोठवाल ने बताया कि पुलिस अधिकारी अपराधियों को सजा दिलवाने की जगह मामले के ही पीड़ित पक्षों पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाते हैं।
जो इस सरकार के दलित विरोधी चेहरे को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि आज की रैली केवल गहलोत सरकार को चेतावनी देने के लिए हैं और अब इसके बाद भी दलितों की प्रताड़ना और उनके साथ हिंसा की घटनाएं बंद नहीं हुई तो पूरा दलित सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरेगा और आगामी निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में सरकार को इसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा।