कस्बे में स्थित सहायक अभियंता कार्यालय पर किसानों ने समय पर नए और जले हुए विद्युत ट्रांसफार्मर नहीं मिलने पर नाराजगी भी जताई है। किसान पिछले दो महीने से बिजली कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। किसान रामलाल सैनी, सम्पत नागर, सुरेंद्र बडगुर्जर, रामफूल मीणा, राधेश्याम प्रजापत ने बताया कि कुछ महीनों पहले खेतों पर लगे थ्री फेज ट्रांसफार्मर जल गए। ट्रांसफार्मर बदलवाने के लिए पिछले दो माह से सहायक अभियंता कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन यहां ट्रांसफार्मर मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं।
अभी सिंचाई की जरूरत
किसानों का कहना है कि उन्हें रबी की फसलों में रैलना और बुवाई के लिए पानी की जरूरत है, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है। बिजली कार्यालय पर हर रोज ट्रांसफॉर्मर खराब होने और बदलवाने की शिकायत लेकर किसान पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि 2010-2011 के बिजली कनेक्शनों के अनुसार अब तक 330 किसानों को नए विद्युत ट्रांसफार्मर नहीं मिले हैं। करीब 39 किसानों को ट्रांसफार्मर मिले हैं। करीब 60 किसानों के जले हुए विद्युत ट्रांसफार्मर बदलने बाकी हैं।