उन्होंने कहा कि हर रोज सात लाख टीके लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में अभी 25 लाख टीके उपलब्ध हैं और ये सात-आठ दिन तक चलेंगे। केन्द्र सरकार से नियमित वैक्सीन उपलब्ध हो रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि जो वैक्सीन लगवाना चाहता हैं उन सभी के लिए टीका लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए, क्योंकि कोरोना तो नौजवानों को भी हो रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पिछली बार की तरह केन्द्र सरकार को इस समय भी कोरोना में नेतृत्व करना चाहिए जिससे टीम भावना बनेगी और कोरोना से ढंग से लड़ पायेंगे। उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों के नमूनों की जांच दिल्ली भेजी जाती हैं और वहां से सभी लोगों की रिपोर्ट राज्य को भेजी जानी चाहिए। शर्मा ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार गंभीर हैं और मुख्यमत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि हम नहीं चाहते कि लॉकडाउन लगे लेकिन सख्ती बरतनी होगी। इसके लिए सरकार ने एसओपी जारी की है।
उन्होंने देशभर में रविवार को एक लाख से अधिक नए मामले सामने आना बड़ी चिंता की बात बताते हुए कहा कि जयपुर, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में कोरोना की स्थिति गंभीर हैं। राजस्थान में दस से ज्यादा जिले ऐसे है जहां 50 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में अब कोरोना की जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है और आने वाले दिनों में रोजाना एक लाख प्रतिदिन कोरोना टेस्ट किये जाएंगे। राज्य में अभी 70 हजार टेस्ट प्रति दिन किए जा रहे हैं।
राजस्थान में कोरोना की दूसरी लहर के प्रसार को रोकने के लिए गृह विभाग ने 19 अप्रेल तक के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत शहरी क्षेत्र के स्कूलों में कक्षा 1 से 9वीं तक की नियमित कक्षाएं बंद रहेंगी। साथ ही, स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) की फाइनल इयर की क्लासों को छोड़कर शेष क्लासेज बंद करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही सरकार ने जिम, सिनेमाघर, स्विमिंग पूल को भी 5 से 19 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय किया है।
हालांकि, राहत की बात ये है कि नाइट कर्फ्यू की समयावधि (रात 10 से सुबह 5 बजे) को यथावत रखा है। सरकार ने जिलों में कलेक्टर और पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) को नाइट कर्फ्यू लगाने के संबंध में विशेष अधिकार दिए हैं। अगर किसी जिले में नाइट कर्फ्यू रात 8 बजे से पहले और सुबह 6 बजे के बाद कर्फ्यू लगाना है, तो उसके लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी होगी। इधर, रेस्टोरेंट्स संचालकों को नाइट कर्फ्यू में दी छूट को वापस ले लिया है। नई गाइडलाइन के तहत रेस्टोरेंट्स में नाइट कर्फ्यू से पहले तक बैठाकर खाना खिलवा सकेंगे, उसके बाद टेक अवे या होम डिलीवरी की ही सुविधा दे सकेंगे।
इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि यदि हम सब मास्क पहनने, उचित दूरी और बार-बार हाथ धोने के हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना अनिवार्य रूप से नहीं करेंगे तो कोरोना वायरस का संक्रमण भयावह रूप ले लेगा। प्रदेश में कोरोना के खिलाफ जंग को प्रभावी तरीके से लड़ने के लिए प्रदेशवासियों को राज्य सरकार का सहयोग करना होगा। साथ ही, उन्हें टीकाकरण के लिए भी आगे आना चाहिए।
हर प्रदेशवासी को 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण करवाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और एक-दूसरे को इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। टीकाकरण की शुरुआत से ही राजस्थान इस अभियान में देश का अग्रणी राज्य रहा है। चिकित्सा विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी है कि टीके के लिए पात्र हर व्यक्ति को कोविड टीका लगाया जाए, ताकि कोरोना का संक्रमण होने पर भी शरीर पर इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सके।
संक्रमण फिर रफ्तार पर:
राज्य में रविवार को 1729 नए मरीज मिले हैं, जो एक दिन पहले की तुलना में 54 अधिक है। वहीं, नागौर और अजमेर जिले मेंं एक-एक मरीज की मौत हो गई। चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सर्वाधिक 258 नए मरीज जयपुर, 225 कोटा, 125 जोधपुर, 137 उदयपुर जिले में मिले हैं। राज्य में अब संक्रमितों की कुल संख्या 339325 और कुल मृतक संख्या 2829 हो गई है। एक्टिव केस 12878 हैं।
यहां मिले नए मरीज:
जयपुर 258, कोटा 225, जोधपुर 125, उदयपुर 137, अजमेर व भीलवाड़ा 96-96, डूंगरपुर 85, सिरोही 83, चित्तौडगढ़़ 68, राजसमंद 52, पाली 48, बीकानेर 39, अलवर 38, हनुमानगढ़ 35, झालावाड़ 32, बांसवाड़ा 31, श्रीगंगानगर 27, नागौर 25, बारां 20, करौली व सवाईमाधोपुर 16-16, बूंदी 15, भरतपुर 14, झुंझुनूं 13, जालौर 12, बाड़मेर-प्रतापगढ़ 11-11, धौलपुर 9, टोंक 8, सीकर 7, जैसलमेर 6, चूरू व दौसा एक-एक।