-फिलहाल स्वतंत्रता दिवस तैयारियों में जुटे राजभवन प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि गांधी ने कश्मीर मामले पर टिप्पणी करने के लिए चार दिन लिए और वो भी तब जब कई भारतीय न्यूज चैनलों ने कश्मीर के हालात पर स्थिति साफ कर दी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य प्रशासन स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने स्थानीय प्रशासन को मामले भेज दिया है और सही समय पर श्री गांधी से संपर्क किया जाएगा।
-राज्यपाल की ओर से कोई टिप्पणी नहीं बयान में उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्यपाल ने इस मामले पर और कोई टिपण्णी नहीं की है। इससे पहले गांधी ने राज्यपाल के आमंत्रण को स्वीकार करते हुए बुधवार को कहा कि उन्हें लोगों से मिलने की कोई शर्त नहीं होनी चाहिए।
-कश्मीर के हालात पर दावे और आरोप उल्लेखनीय है कि कश्मीर में हालात को लेकर राज्य के राज्यपाल और गांधी आमने-सामने है। एक और जहां राज्यपाल ने हालात सामान्य होने का दावा किया है, वहीं दूसरी और गांधी में घाटी में तनाव होने का आरोप लगाया था, जिसको लेकर राज्यपाल ने उन्हें राज्य का हालात का जायजा लेने के लिए हेलिकॉप्टर भेजने की बात कही थी।
-गुलामनबी आजाद भी रोके गए गौरतलब है कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद ३७० को आंशिक रूप से हटाए जाने के बाद से ही विपक्षी दल कांग्रेस और सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी एक दूसरे के आमने-सामने हैं। इस बीच कांग्रेस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलामनबी आजाद पिछले दिनों संसद का सत्र पूरा होने पर श्रीनगर पहुंचे थे, तो उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था और उन्हें कश्मीर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। आखिर कई घंटे तक प्रवेश करने में विफल रहने के बाद वे एयरपोर्ट से ही दिल्ली लौट आए थे।