Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की स्थिति विस्फोटक होती जा रही है, राज्य कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है कांग्रेस विधायकों को समझ नहीं आ रहा कि आखिर किया क्या जाए, अगले साल विधानसभा चुनाव में वो जनता के बीच क्या बोलेंगे और वोट किस आधार पर मांगेंगे। पायलट और गहलोत की जुबानी जंग से पार्टी आलाकमान परेशान हैं।
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की स्थिति विस्फोटक होती जा रही है, राज्य कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है कांग्रेस विधायकों को समझ नहीं आ रहा कि आखिर किया क्या जाए, अगले साल विधानसभा चुनाव में वो जनता के बीच क्या बोलेंगे और वोट किस आधार पर मांगेंगे। पायलट और गहलोत की जुबानी जंग से पार्टी आलाकमान परेशान हैं। हाल ही में गहलोत ने एक मीडिया इंटरव्यू में पायलट को गद्दार तक बोल दिया, इससे पहले भी वो उन्हें निकम्मा और नकारा बोल चुके हैं, दोनों की जुबानी जंग पुरानी है लेकिन इस बार गहलोत खुलकर पायलट का विरोध कर रहे हैं और विरोध के स्वर में शब्दों की मर्यादा खत्म हो चुकी है।
ये भी पढ़ें : पायलट को लेकर परसादीलाल मीना का बड़ा बयान, कहा-सचिन बताए 35 दिन मानेसर में क्यों रहे? कांग्रेस संचार विभाग के प्नभारी जयराम रमेश ने राजस्थान के राजनीतिक हालात पर कड़े फैसले लेने की बात कही है। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में देश जोड़ने की बात कह रहे हैं लेकिन राजस्थान में उनकी पार्टी का कुनबा बिखरा पड़ा है। राहुल के सामने चुनौतियां बड़ी है लेकिन राजस्थान कांग्रेस सबसे बड़ी परेशानी बनकर उभरा है।
राजनीति के जादूगर गहलोत का पायलट का विरोध कांग्रेस के लिए धर्मसंकट पैदा कर रहा है। सवाई माधोपुर सहित कई गुर्जर बाहुल्य इलाकों से राहुल की यात्रा निकलेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि सचिन पायलट इस दौरान अपना दमखम दिखाने की कोशिश करेंगे, लेकिन गहलोत की माने तो पायलट को कैसे सीएम के दावेदार कैसे हो सकते है उनके पास 10 विधायक भी नहीं हैं। उधर पायलट गुट के नेताओं का कहना है कि गुर्जर नेताओं का सहारा लेकर गहलोत हमें बदनाम कर रहे है।
ये भी देखें : अपने घर के झगड़े को छ़ुपा नहीं पा रहे गहलोत- केंद्रीय शिक्षा मंत्री सीएम अशोक गहलोत पर कुर्सी के मोह का भी आरोप लग रहा है और गुटबाजी में फंसे कांग्रेस अनजाने में ही सही ऐसे बयान देकर पार्टी की छवि खराब कर रहे है, उधर कांग्रेस आलाकमान भी गहलोत के शब्दों पर आपत्ति जता चुका है और ऐसे शब्दों से परहेज करने की हिदायत दी है।
सवाल ये है कि पार्टी में फैली बगवात कहीं राहुल गांधी की राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा पर भारी ना पड़ जाए क्योंकि पार्टी में खेमेबाजी जमकर हो रही है और देश में आखिरी कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान ही बचा है। कहीं अंदरुनी खींचतानराहुल की यात्रा पर ग्रहण ना लगा दे।