सदन के प्रश्नकाल में भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने सरकार से पूछा कि तीन साल में कितने किसानों का फसल बीमा कराया गया और कितने किसानों को इसका लाभ नहीं मिल सका ओर इसके क्या कारण रहे। इसके जवाब में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने सदन में स्वीकार किया कि इसमें थोड़ी देरी हुई है। लेकिन सरकार कहीं से भी व्यवस्था करेगी। कृषि मंत्री का यह जवाब आते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। किसान विरोध सरकार के नारे लगाते हुए विपक्षी सदस्य वैल में पहुंच गए और नारेबाजी करते रहे।
हंगामे के दौरान ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल में अगले सदस्यों का नाम पुकार लिया। कुछ देर में अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से अपनी जगह लौटने की अपील की। भाजपा विधायकों के अपनी सीट पर लौटते ही माकपा विधायक बलवान पूनिया और भाजपा सदस्यों के बीच नोंकझोंक हुई। पूनिया भाजपा सरकार के समय किसानों की परेशानी को लेकर जोर जोर से बोलने लगे। भाजपा के सदस्यों ने भी इनका जवाब देना शुरू कर दिया।