दोपहर एक बजे दोबारा शुरू हुई सदन की कार्यवाही के दौरान विशवास प्रस्ताव पर बोलते हुए धारीवाल ने कहा कि आज का दिन प्रदेश के लिए नहीं बल्कि देश के लिए ऐतिहासिक क्षण है। खासतौर से हमारे लिए और राजनीतिक दलों के लिए परीक्षा का समय है। एक तरफ गांधीवादी चेहरा सभी के सामने है और दूसरी तरफ अहंकार ही अहंकार है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया, कोरोना को नियंत्रित करने के लिए बेहतर प्रबंधन किया। पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने वादा किया कि कोई भूखा नहीं सोयेगा, और ये वादा आज भी निरंतर पूरा किया जा रहा है।
धारीवाल के संबोधन के दौरान विपक्ष की ओर से शोरगुल करने की कोशिशें भी हुई लेकिन इस बीच स्पीकर सीपी जोशी ने कड़े तेवर दिखाते हुए टोका-टोकी करने वाले विधायकों को चेताया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गतिरोध उत्पन्न किया गया तो डिबेट को वे ख़त्म कर देंगे।