रावत ने सदन में कहा कि सवाल पूछने पर उनको जान से मारने की धमकी मिल रही है। इसकी सूचना सरकार को दी थी। सोश्यल मीडिया पर गंदी गालियां दी जा रही है और हडि्ड्यां तोड़ने की बात कर रहे हैं। रावत ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि प्रकरण की जांच सीबीआई से होनी चाहिए।
इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि धमकी भरा एसएमएस आया है यह सदन की अवहेलना है इस मामले को विशेषाधिकार हनन के जरिए इसी वजह से लाया गया है ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ विधानसभा में ट्रायल हो सके। जिस पर अध्यक्ष सीपी जोशी ने सरकार को मामले में संज्ञान लेकर जांच करने का निर्देश दिया।