उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट के जरिए लिखा है कि राज्य सरकार जान बूझकर केंद्र की योजनाओं को अटका रही है। सरकार के दो साल के शासन में विधि व्यवस्था चरमरा गई है। महिलाओं के साथ अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगा हुआ है। वहीं सरकार द्वारा पूर्व में की गई बजटीय घोषणाएं व जनघोषणा पत्र में की गई घोषणाएं भी पूरी तरह कपोल-कल्पित साबित हुई हैं। प्रतिपक्ष के रूप में भाजपा जनता से जुड़े तमाम मुद्दों और उनकी समस्याओं को तर्कों के आधार पर विधानसभा में उठाएगी। हम थोथी घोषणाएं करने वाली इस सरकार को बेनकाब करके उसकी असलियत को राजस्थान की आम अवाम के बीच ले जाएंगे।
बजरी माफिया को कानून का कोई भय नहीं राठौड़ ने सवाईमाधोपुर के धोराला गांव में बौंली एसडीएम व पुलिस पर हमले की घटना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आतंक का पर्याय बन चुके बजरी माफियाओं में कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है। प्रशासन भी इनके सामने भयभीत व लाचार साबित हो रहा है। सत्ता संरक्षित बजरी माफिया प्रशासन पर भी हावी साबित होते हैं। राठौड़ ने कहा कि पुलिस प्रशासन व खनन विभाग की मेहरबानी से बजरी माफिया चांदी कूट रहे हैं।