READ : दुनियाभर में प्रचलित एप्प फेसबुक का आईडिया भारत के नरेंद्र का था, अमेरिकी कोर्ट में भी हुआ साबित जुकरबर्ग ने किया विश्वासघात भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं की रही कमी राजस्थान में रविवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 42वीं मन की बात का आयोजन हमेशा की तरह जगह-जगह हुआ। मन की बात कार्यक्रम के दौरान इस बार मोदी को सुनने वालों की कमी बहुतायत मात्रा में देखी गई। इस कर्यक्रम के दौरान सवसे मुख्य बात तो ये रहीं की प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम में भाग लेने वाले भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं की ही संख्या में सबसे ज्यादा कमी देखी गई। यह कार्यक्रम अब महज एक औपचारिकता बनकर ही रह गया है। मोदी के मन की बात कार्यक्रम में भाग लेने वाले भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं की संख्या में ही लगातार कमी हो रही है तो आम लोगो से क्या उम्मीद की जाए।
READ : आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के टिकट दावेदारों की लगी भीड़, पार्टी में दिखा एकजुटता का अभाव भाजपा के नेता खुद ही नहीं होते है शामिल भाजपा के ओर से प्रदेशभर में मन की बात कार्यक्रम अलग-अलग जगह आयोजित किया जाता है। रविवार को 42वां मन की बात कार्यक्रम आयोजित किया गया। सुबह 11 बजे से 11:30 बजे तक आकाशवाणी पर आए इस कार्यक्रम को सुनने के लिए भाजपा की ओर से भीड़ जुटाने के भरसक प्रयास किए जाते हैं पर मौके पर कुछ और ही देखने को मिलता है। कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा कोई नजर नहीं आता। खुद नेता ही पूरी संख्या में मौजूद नहीं होते है। इसके बावजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता यही दावा करते नजर आते हैं कि कार्यक्रम को सुनने के लिए लोगों की भीड़ लग जाती है।