भाजपा में गुटबाजी पर माथुर ने कहा कि भाजपा में कोई गुट नहीं है। भाजपा अनुशासित पार्टी है और केंद्रीय नेता और पार्लियामेंट्री बोर्ड जो निर्णय करता है, वो सब मानते हैं। जो नारे लगाते हैं वो उत्साहित कार्यकर्ता हैं। मेरा वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध है कि ऐसे नारों को लगाने से रोकना चाहिए। फिर भी कहीं इस तरह की बात है तो कोर कमेटी में बैठेंगे और इसे दूर करेंगे। माथुर ने यशवंत सिन्हा के टीएमसी में शामिल होने पर कहा कि सिन्हा खारिज हो चुके हैं। बस कुछ दिन चर्चा में आने के लिए उन्होंने ऐसा किया है।
गहलोत के बयान पर पलटवार, बोले जनता ने उनका रास्ता बदल दिया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरसंघचालक मोहन भागवत को लेकर रास्ता बदल लेने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर माथुर ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इतने सीनियर हैं, उनके मुंह से इस प्रकार के शब्द अच्छे नहीं लगते। उन्हें शब्दों की मर्यादा रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मैं उनको बताना चाहता हूं कि संघ और भाजपा दोनों अलग हैं। संघ देशहित और राष्ट्रवाद में लगा है। भाजपा जरूर राजनीति करती है। मगर कांग्रेस की तरह नहीं कि रात को सपना आया और सुबह कांगेस की सरकारें बदल दी। ये वो लोग हैं जिन्होंने संविधान की हत्या करके आपातकाल लगाया। लाखों लोगों को जेल में डाला। गहलोत खुद इसके गवाह है। वो रास्ता बदलने की बात करते हैं, रास्ता तो उनका जनता ने बदल दिया है। छोटे—छोटे दलों से गठबंधन करना पड़ा। आज हालात ये हैं कि छोटे—छोटे दल भी इनके साथ गठबंधन नहीं करना चाहते हैं। गहलोत को पहले तो राहुल गांधी को कुछ ज्ञान दें, फिर दूसरों को ज्ञान देने की कृपा करें। माथुर ने दावा किया कि बंगाल में आने वाले चुनाव में पूर्ण बहुमत से भाजपा सरकार बनाएगी।
किसानों को लूटने वाले बिचौलियों का आंदोलन किसान आंदोलन को लेकर माथुर ने कहा कि इस आंदोलन में पहले दिन से ही किसान शामिल नहीं थे। ये आंदोलन तो सिर्फ किसानों को लूटने वाले बिचौलियों का है। इस आंदोलन के नाम पर जनता से खारिज कम्युनिस्टों को मौका मिल गया। यह कानून किसानों के हित में हैं और पहला प्रधानमंत्री है जो किसानों के बारे में सोच रहा है।