कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी का मामला गर्माया हुआ है। कांग्रेस नेता की इस विवादित टिप्पणी के विरोध में आज राजस्थान भाजपा ने प्रदेशव्यापी धरना-प्रदर्शन का ऐलान किया है। इसके तहत पार्टी के युवा,महिला, जनजाति मोर्चा के नेतृत्व में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर अपना आक्रोश ज़ाहिर करेंगे।
प्रस्तावित धरने-प्रदर्शन कार्यक्रम के अनुसार आज सभी जलों में कांग्रेस नेताओं का प्रदर्शन किया जाएगा और सांकेतिक पुतला दहन करके इस विवादित टिप्पणी पर विरोध दर्ज करवाया जाएगा।
माफ़ी मांगें सोनिया समेत पूरी कांग्रेस पार्टी
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कांग्रेस नेता के राष्ट्रपति पद के गरिमामयी ओहदे को लेकर की गई टिप्पणी पर नाराज़गी जताई है। पूनिया ने कहा है कि लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के विरूद्ध स्तरहीन टिप्पणी की गई है। इस तरह की टिप्पणी से देश, संविधान, महिला और जनजाति समाज की गरिमा को ठेस पहुँची है। इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित पूरी पार्टी को देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।
संविधान-महिलाओं के प्रति सम्मान नहीं: राठौड़
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति के विरूद्ध की गई टिप्पणी को अशोभनीय बताते हुए निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की विवादित टिप्पणी से संविधान की गरिमा को ठेस पहुंची है। इतिहास गवाह है कि कांग्रेस के मन में संविधान और महिलाओं के लिए कभी कोई सम्मान नहीं रहा है। कांग्रेस पार्टी को तत्काल माफी मांगनी चाहिए।
‘राष्ट्रपत्नी’ संबोधन से शुरू हुआ विवाद
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहकर सम्बोधित किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चौधरी ने अपने एक बयान में कहा, “हिन्दुस्तान की राष्ट्रपति जी सबके लिए हैं। राष्ट्रपति जी नहीं राष्ट्रपत्नी जी, हिन्दुस्तान की राष्ट्रपत्नी जी सबके लिए हैं। हमारे लिए क्यों नहीं।” इस बयान को देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अपमान के तौर पर देखा जा रहा है।