इस बार भी लोगों को बजट से उम्मीद है कि कोटपूतली जिला घोषित ( New District of Rajasthan Kotputli ) होगा। कांग्रेस ( Congress ) ने अब तक शासन में रहते हुए नए जिलों का गठन नहीं किया है। उम्मीद है कि कांग्रेस इस बार इस मिथक को तोड़ सकती है।
इससे पहले कांग्रेस के 2009 में सत्ता में आने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नए जिलों के गठन को लेकर उच्च स्तरीय समिति का गठन कर नए जिले बनाने की मंशा जताई थी और कांग्रेस सरकार के 2014 के आखिरी बजट में कोटपूतली जिला घोषित होने की उम्मीद जगी थी, लेकिन बजट में कोई भी नया जिला घोषित नहीं होने से लोगों की उम्मीदे धरी रह गई।
इसके बाद प्रदेश में भाजपा सरकार का गठन हो गया। प्रदेश में अभी तक जो भी नए जिले बने हैं वो भाजपा के शासन में ही ( Rajasthan Districts and Tehsils ) बने हैं। राजनीतिक नेतृत्व की कमी के चलते कोटपूतली नया जिला घोषित नहीं हो सका। पिछली भाजपा सरकार में यहां से निर्वाचित कांग्रेस के विधायक राजेन्द्र यादव ने विधानसभा में कई बार कोटपूतली को जिला बनाने की मांग उठाई थी।
अब फिर से यहां से राजेन्द्र यादव विधायक निर्वाचित हुए हैं और राज्यमंत्री बने है। इनके मंत्री बनने से लोगों को उम्मीद हुई है कि कोटपूतली को जिले की सौगात मिल सकती है। इससे पहले जिला निर्माण समग्र विकास समिति के संयोजक हीरालाल भूषण की अगुवाई में कई बार जिले की मांग को लेकर ज्ञापन दिए गए थे। इससे पहले भी जिला निर्माण संघर्ष समिति, कोटपूतली विकास परिषद व अभिभाषक संघ की ओर से जिले की मांग को लेकर धरने व प्रदर्शन हुए थे।
समिति ने की थी अभिशंषा
नए जिलों के गठन को लेकर जीएस संधु की अध्यक्षता में गठित समिति की ओर से भी राजमार्ग पर कोटपूतली को नया जिला बनाने की अभिशंषा की थी। इसके बाद गठित समितियों ने कोटपूतली को जिला बनाने की अभिशंषा की है, लेकिन इन सिफारिशों पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। सभी रिपोर्ट ठण्डे बस्ते में चली गई।
…कोटपूतली के लोग लम्बे समय से इसे जिला बनाने की मांग कर रहे हैं। जयपुर दिल्ली राजमार्ग पर कोटपूतली नया जिला घोषित होने से कस्बे के अलावा आसपास के गांवों का विकास होगा। इनकी जिला मुख्यालय से दूरी कम होगी। यह कस्बा भौगोलिक व प्रशासनिक दृष्टि से जिले के लिए उपयुक्त है।
प्रकाशचंद सैनी, पूर्व पालिका अध्यक्ष, कोटपूतली