जानकारी में आया है कि राजस्थान से 12-15 मई के बीच में सर्वाधिक टिकट हरिद्वार के निरस्त किए गए है। कई लोग जिनको टिकट के निरस्त होने की जानकारी नहीं थी, वे गुरुवार को बस स्टैंड भी पहुंच गए, वहां पता चला कि उनकी तो बस ही निरस्त है। अब इस स्थिति ने लोगों की परेशानी को बढ़ा दिया है।
ऐनवक्त निर्णय यात्रियों पर पड़ा भारी रोडवेज ने बुधवार को ही सभी श्रेणी के टिकट निरस्त करने का निर्णय किया। जबकि हरिद्वार जाने वाले यात्री काफी पहले ही रिजर्वेशन करवा चुके थे। अधिकांश यात्रियों को टिकट कैंसिल होने की जानकारी भी समय पर नहीं मिल पाई और उन्होंने यात्रा का प्लान बना लिया और बस स्टैंड पर जाने पर पता चला कि उनकी बस तो निरस्त हो चुकी है। ऐनवक्त बसों को निरस्त करने का निर्णय यात्रियों पर भारी पड़ गया। बाड़मेर से गुरुवार को हरिद्वार के 32 टिकट निरस्त हुए है।
अब क्या करें? चौहटन के साइयों का तला के कुछ लोग अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार जाने को गुरुवार को यहां केंद्रीय बस स्टैंड पहुंच गए। यहां उन्हें पता चला कि उनकी तो टिकट ही निरस्त है और बस हरिद्वार नहीं जाएगी। अब लोगों के सामने यह मुश्किल हो गई कि मुहूर्त के अनुसार ही वे घर से अस्थि विसर्जन के लिए रवाना हुए थे। अब परिजन की अस्थियों को पुन: घर नहीं ले जा सकते हैं फिर इनको कहीं रख भी नहीं सकते है। दस दिन पहले हरिद्वार के लिए बस के 14 टिकट करवाए थे। ट्रेन में भी हरिद्वार के लिए लम्बी वेटिंग चल रही है। ऐसे में परिजनों के लिए भारी दिक्कत पैदा हो गई। ये लोग यहां बस स्टैंड पर ही बैठे दिखे। उनका कहना है कि समय पर टिकट निरस्त होने की सूचना मिल जाती तो यात्रा के दिन में बदलाव कर देते, अब क्या करें?