राजे ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र भाजपा के गौरव संकल्प पत्र की नकल है। इनके घोषणा पत्र में अधिकांश वादे वे हैं, जिन पर भाजपा की सरकार प्रदेश में पहले से ही काम कर रही है। कांग्रेस ने किसानों का कृषि ऋण माफ करने की बात कही है, जबकि भाजपा सरकार ने प्रदेश के इतिहास में पहली बार तीस लाख किसानों का पचास हजार रुपए तक का ऋण माफ किया है। कांग्रेस ये स्पष्ट करे कि वह किन-किन किसानों का कितना-कितना कर्जा माफ करेगी। कांगे्रस बेरोजगारों को केवल 3500 रुपए तक भत्ता देने की बात कह रही है, जबकि भाजपा बेरोजगारों को पांच हजार रुपए भत्ता देगी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में तो यह भी नहीं बताया गया कि कितने युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे और कितने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे।
केवल औपचारिकता निभाई भाजपा नेता और मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने आरोप लगाया कि यह घोषणा पत्र ऐसा लग रहा है कि जैसे किसी आउटसोर्स कंपनी से तैयार करवाया गया है। कांग्रेस ने इसमें जो वादे किए हैं, उनमें से ज्यादातर घोषणा का लाभ तो भाजपा पहले से दे रही है। इससे साफ है कि इसे जारी करने की केवल औपचारिकता निभाई है, क्योंकि इसमें ना ही कांग्रेस की इच्छाशक्ति नजर आ रही है और ना ही इसमें जनता की भावनाओं का जुड़ाव है। भाजपा मीडिया सेंटर में पत्रकारों से रूबरू हुए चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में निशुल्क बालिका शिक्षा का वादा किया गया है, लेकिन राज्य में यह तो पहले से ही हो रहा है। राइट टू हैल्थ का वादा भी है पर यहां भामाशाह स्वास्थ्य योजना और निशुल्क जांच और दवा योजना का लाभ पहले से लोगों को मिल रहा है।
कांग्रेस ने घोषणा पत्र में नकल की, लेकिन अक्ल नहीं लगाई केन्द्रीय राज्य मंत्री व भाजपा की प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणा पत्र में नकल की, लेकिन उसमें भी अक्ल नहीं लगाई। शेखावत ने कहा कि घोषणा पत्र में अधिकांश विषय एेसे हैं जिन पर राजस्थान सरकार व केन्द्र की सरकार अमल कर चुकी है या प्रक्रियाधीन है। शेखावत ने कहा कि घोषणा पत्र में ऋण माफ, कृषि उपकरणों को जीएसटी मुक्त करने, फसल बीमा जैसे विषय रखे गए हैं। लेकिन इन पर पहले से ही काम हो चुका है। साथ ही एमएसपी पर खरीद, जैविक जिले-ब्लॉक, सभी मंडियों को डिजीटल करना, यूरिया नीम कोटिंग करने जैसे मुददे भी भाजपा के घोषणापत्र से ही कॉपी-पेस्ट किए गए हैं।