भाजपा कार्यालय में सुबह से ही नेता-कार्यकर्ताओं का जुटना शुरू हो गया था। सुबह आठ बजे से ही भाजपा कार्यालय में लगी एलईडी स्क्रीन पर रूझानों को देखने के लिए कार्यकर्ता जुटने शुरू हो गए थे। करीब आधा घंटे बाद 9 बजे प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी भी पार्टी कार्यालय पहुंच गए थे। वी सतीश और चन्द्रशेखर पहले से ही पार्टी कार्यालय में मौजूद थे। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सुबह-सुबह ही त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन कर जयपुर पहुंची और करीब 11 बजे वसुंधरा राजे भी भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंच गई। भाजपा के महामंत्री मुरलीधर राव भी भाजपा कार्यालय पहुंचे, लेकिन कोई भी नेता कार्यकर्ताओं के बीच नहीं आए और सीधे प्रथम तल तक पहुंच गए। सभी एक कमरे में बंद कमरे में न्यूज चैनलों पर रुझान देखते रहे। करीब एक घंटे बाद मुख्यमंत्री अपने सरकारी निवास पर चली गईं। इसी दौरान एक बार रूझानों में भाजपा जब 80 और कांग्रेस 100 के नीचे दिखाई दी तो मुख्यमंत्री सक्रिय हो गईं और उन्होंने निर्दलीयों से सम्पर्क करने के निर्देश दे दिए।
चार बजते-बजते भीड़ छंटना शुरू भाजपा कार्यालय में भी कोई नेता बाहर नहीं आया और चार बजते-बजते कार्यकर्ताओं की भीड़ छंटना शुरू हो गई और आखिर में शाम होते-होते भाजपा कार्यालय में सिर्फ मीडिया कर्मी भी बचे। भाजपा के तीन-चार बड़े नेता जो भाजपा कार्यालय में मौजूद थे। वे किसी तरह की प्रक्रिया देने को बाहर नहीं आए और आखिर में शाम करीब छह बजे वे दो कारों में बैठकर मुख्यमंत्री निवास रवाना हो गए।