आयुक्त, सूचना एवं प्रौद्योगिकी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि आईटी वर्चुअल वॉररूम के तहत कार्य विभाजन की तीन स्तरीय संरचना की गई है। जिसमें पहला प्रबंधन है। इसके अन्तर्गत विभिन्न इनबिल्ट डैशबोर्ड और सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन वॉररूम के कामकाज की निगरानी हेतु अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है।
दूसरी मॉनिटरिंग की व्यवस्था के अन्तर्गत आरएएस एवं आरपीएस अधिकारियों को मॉनिटरिंग के लिए विभिन्न प्रकार की रिर्पोटिंग, फोन कॉल, व्हॉट्सएप के माध्यम से जिला वॉररूम के समूहों के रूप में कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये अधिकारी या तो घर से काम कर सकते है या आवश्यकतानुसार उनके संबंधित कार्यस्थल की भी निगरानी कर सकते है।
जबकि तीसरे प्रकार में कार्मिकों को तीन प्रकार से जिसमें घर से काम, वॉररूम से काम तथा कार्यालय से काम करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस रणनीति से अधिकारी एवं कर्मचारी उत्साह के साथ लगातार कार्य कर रहे है और इस प्रकार कोरोना महामारी के दौरान वॉररूम लगातार कार्य कर रहा है। आईटी वर्चुअल वॉररूम में वीडियों कॉल पर लगातार टीम मीटिंग की व्यवस्था की गई है। जरूरत पड़ने पर सभी कार्मिकों की उपलब्धता कॉल, ईमेल, वीडियो कॉल पर बनी रहती है।