समारोह में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर लोकोर्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी की भयावह चुनौती को अवसर में बदलते हुए प्रदेश में व्यापक स्तर पर उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएं विकसित की हैं। राजधानी से लेकर गांव-ढाणी तक मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो अब राजस्थान उसका मुकाबला करने के लिए पूरी तरह सक्षम है।
कोविड महामारी अभी समाप्त नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। यूके, रूस सहित दुनिया के कई मुल्कों में कोरोना से हालात फिर गंभीर हो गए हैं। कई राज्यों में भी केस बढ़ने लगे हैं। ऐसे में, सजगता और सतर्कता बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहली और दूसरी लहर में कोरोना का बेहतरीन प्रबंधन कर लोगों का जीवन बचाया है।
हमारे प्रयासों की देश और दुनिया में सराहना हो रही है। हमारी सरकार ने तीसरी लहर से मुकाबले के लिए टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने, वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग सुविधा प्रारंभ करने, ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने, आईसीयू बैड्स बढ़ाने सहित तमाम आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है। निःशुल्क जांच एवं दवा योजना के बाद इस कार्यकाल में हमारी सरकार ने निरोगी राजस्थान और मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य जीवन बीमा जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की है।
दूसरी लहर में थी ऑक्सीजन की उपलब्धता
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि दूसरी लहर के समय पूरा देश ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहा था, लेकिन राज्य सरकार ने प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीन वरिष्ठ मंत्रियों की टीम को दिल्ली भेजा। ऑक्सीजन आपूर्ति की लगातार गहन मॉनिटरिंग की गई। अब हम ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना के काम को प्राथमिकता से पूरा कर रहे हैं
इन कार्यों का हुआ लोकार्पण-शिलान्यास
इससे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 349 आईसीयू बैड, 178 एनआईसीयू बैड, 10 पीआईसीयू बैड, 160 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, 2 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट और दानदाताओं के माध्यम से निर्मित 23 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का लोकार्पण किया गया। पीपाड़, भोपालगढ़ और नोहर में विधायक कोष से तैयार ऑक्सीजन प्लांट्स का लोकार्पण किया गया। साथ ही, 404 एनआईसीयू बैड और 469 पीआईसीयू बैड्स की सुविधा विकसित करने के कार्य का शिलान्यास किया गया।