#rajasthankaran – इन संभागों के मंत्री बदल सकते हैं सीट बीकानेर: प्रदेश भाजपा के एक ऐसे कद्दावर नेता भी सीट बदलने के इच्छुक हैं, जो लगातार चुनाव जीत रहे हैं। करीब 28 साल से जब भी प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी, मंत्री बनते रहे हैं। इसीलिए पार्टी कार्यकर्ता उन्हें ‘चाणक्य’ कहते हैं। वह भी शहरी सीट बदलकर जिले की दूसरी सीट से चुनाव लडऩा चाहते हैं। उनकी नजर जयपुर शहर की एक सीट पर भी है, जहां उनकी जाति के वोट सर्वाधिक हैं।
जयपुर: संभाग के 2 मंत्रियों के सीट बदलने की चर्चा है। एक पर उपचुनाव का साया है, दूसरे पर हार का डर। अलवर जिले से आने वाले यह मंत्री जिले में ही दूसरी सीट पर नजर गड़ाए हुए हैं। जिला परिषद चुनावों के बाद से ही सरकार की इन पर टेढ़ी नजर है। उपचुनावों में हार से घबराकर वह आसपास की सीट के जुगाड़ में हैं। इसी तरह भाजपा संगठन पर मजबूत पकड़ रखने वाले जयपुर शहर के एक मंत्री भी सीट बदलने की इच्छा रखते हैं। जयपुर शहर की ही अन्य और भरतपुर जिले की एक सीट पर उनकी नजर है।
जोधपुर: भाजपा के सबसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे एक मंत्री को अपनी शहरी सीट से खतरा दिख रहा है। धर्म का काम करते-करते राजनीति में आए और लगातार जीत रहे हैं लेकिन इस बार अपने ही मंत्री खिलाफ खड़े हो गए हैं। क्योंकि जनता भी असंतुष्ट है और कार्यकर्ता भी। कार्यकर्ताओं से मंत्री नहीं बल्कि उनका गनमैन ज्यादा मिलता है।
कोटा: संभाग के 2 मंत्रियों के सीट बदलने की चर्चा है। एक मंत्री तो लगातार अपनी सीट बदलकर चुनाव लड़ रहे हैं और जीत भी रहे हैं। इसी तरह एक एससी कोटे से सरकार में मंत्री हैं। वह जिस जिले से विधायक हैं, उस सीट को छोडकऱ कोटा संभाग के ही दूसरे जिले से चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं।
अजमेर: क्षेत्र में हुए कार्यों को लेकर लगातार विवादों में बने रहे नागौर जिले के एक मंत्री सीट बदलने का आंकलन करने में जुटे हैं। नजदीकी लोग उन्हें सीकर-झुंझुनूं जिले की किसी सीट से चुनाव लडऩे की राय दे रहे हैं। सरकार की मुखिया से नजदीकी के चलते माना जा रहा है उन्हें सीट बदलने की इजाजत मिल सकती है।