इसमें भाजपा की ओर से विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने हिस्सा लेते हुए कहा कि आम जनता की जान की कीमत पर हम चुनाव नहीं चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चुनाव कराया गया तो केंद्र और राज्य सरकार की जो गाइडलाइन है उसका पूरा पूरा पालन करना सुनिश्चित किया जाए।
उधर, कांग्रेस के प्रतिनिधि सत्येंद्र भारद्वाज कोरोना के हालात देखते हुए चुनाव 3 महीने तक टालने का अनुरोध किया। इस पर आयुक्त मेहरा ने कहा कि तीन महीने बाद भी स्थिति सामान्य हो जाएगी, यह फिलहाल कोई नहीं कह सकता जबकि संवैधानिक नियमों के चलते चुनाव कराना जरूरी है।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से राय लेने के बाद अब आयोग अपना फैसला जल्द ही लेगा। बैठक में सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्याम सिंह राजपुरोहित भी मौजूद रहे। इन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि रहे मौजूद
कांग्रेस-भाजपा, बसपा, माकपा, राकांपा, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी और रालोपा जैसे प्रमुख दलों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
कांग्रेस-भाजपा, बसपा, माकपा, राकांपा, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी और रालोपा जैसे प्रमुख दलों के प्रतिनिधि शामिल रहे।