पूरा घटनाक्रम कई महीनों से चल रहा बताया गया है। स्वर्ण पथए मानसरोवर निवासी महिला ने अपने ही पति के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पहले जब वह थाने पहुंची और पुलिस को इस गंभीर मामले के बारे में बताया तो भी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया और महिला को थाने से भगा दिया। बाद में वह कोर्ट पहुंची तो कोर्ट की दखल के बाद पुलिस को केस दर्ज करना पडा। पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने पति पर आरोप लगाए हैं कि वे सरकारी शिक्षक हैं। घर पर ट्यूशन भी देते हैं लेकिन कम उम्र कि किशोरियों को ही घर पर पढ़ाते हैं। किसी ने किसी तरह बच्चियों को अपनी बातों में फंसाते हैं और उनके साथ गंदी हरकतें करने के साथ रेप तक करते हैं। जब मामला खुलने का डर होता है तो धमकाकर या अन्य तरीकों से सैटलमेंट करते हैं। इस बारे में जब शिक्षक की पत्नी को पता चला तो उसने कई बार विरोध किया लेकिन शिक्षक नहीं माना। पत्नी से भी मारपीट तक की । पुलिस को कुछ सबूत सौपें गए हैं। कोर्ट की दखल के बाद दर्ज हुए इस्तगासे में अब पुलिस ने आईपीसी सेक्शन 323ए 377ए 384ए 506ए 509 और 120बी के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी शिक्षक से पूछताछ की तैयारी की जा रही है। जिन बच्चियों के साथ गलत हरकतें की गई हैं उनसे भी नियमानुसार पूछताछ की तैयारी की जा रही है।
जयपुर के ही एक शिक्षक रमीज को रामगंज पुलिस ने करीब साढ़े चार साल पहले पकडा था। वह जिस स्कूल में पढ़ाता था उसी स्कूल में और बाद में अपने घर लाकर बच्चों का यौन शोषण करता था। इस बारे में स्कूल प्रबंधक सरवर अली को भी सूचना थी लेकिन उसने भी कभी विरोध नहीं किया। बाद में एक बच्चे ने जब अपने परिजनों को बताया कि शिक्षक अच्छे नंबर देने के नाम पर गंदा काम करता है तब जाकर राज खुला। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि रमीज ने पांच से छह साल के दौरान करीब एक सौ पचास से भी ज्यादा बच्चे और बच्चियों का यौन शोषण किया है। सभी की उम्र पंद्रह साल से कम थी। रमीज फिलहाल सेंट्रल जेल में हैं। वहीं जोधपुर के भी एक शिक्षक पर दसवीं कक्षा की बच्ची से रेप करने और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज हो चुका हैं