एसीपी : तुझे 169 में रिहा कर दूंगा, मैंने बात कर ली है, प्रदीप नाटक कर रहा है फरियादी : मुझे क्या करना होगा साहब?
एसीपी : 399 वाले मुकदमे में ऐसा कर.. तू रीडर बख्तू खान से मिल ले
बख्तू : राजवीरजी नमस्कार.. कहां हो? फरियादी : गांव से लौट रहा हूं, रास्ते में हूं
बख्तू : ऐसा करो.. तुम कोर्ट एलसी के जरिए एपीपी चन्द्रभान से मिलो, उसे भी कुछ देना होगा
बख्तू : एपीपी से मिलो और उनके मोबाइल से ही मेरी बात कराना (फरियादी ने एपीपी के फोन से बख्तू को कॉल कराई)
बख्तू : मेरी एपीपी से बात हो गई.. अभी 1000 रुपए उन्हें दे दो.. फिर बाद में दे देंगे
बिचौलिए, रीडर और फरियादी के बीच बातचीत
बख्तू : सुमंत से ही बात कर लेना.. वही बता देगा सुमंत : तेरे वाले मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने और उससे तेरे 36 लाख रुपए दिलाने के बदले 10 फीसदी रकम देनी होगी.. यानी 3.60 लाख रुपए
फरियादी : यह रकम बहुत अधिक है.. पहले ही मेरे पास कुछ नहीं बचा
फरियादी : मैं 3 लाख भी नहीं दे सकता हूं बख्तू व सुमंत : अब 2.50 लाख रुपए तो देने ही होंगे.. इससे कम कुछ नहीं होगा.. एक लाख रुपए पहले देने होंगे
फरियादी : 2.50 लाख रुपए की व्यवस्था करता हूं
एसीपी : ठीक है ठीक है (बातचीत एसीबी सूत्रों और फरियादी से मिली जानकारी के मुताबिक)