राजस्थान के सियासी घमासान के बीच करीब बीस दिन से जयपुर में दिल्ली रोड स्थित फेयरमोंट होटल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक करीब 100 विधायकों को रखा गया है। इस दौरान एक विधायक की तबीयत बिगडऩे पर उनकी कोविड जांच भी हुई, हाालांकि जांच में वे नेगेटिव पाए गए थे।
पिछले दिनों यह कहा था चिकित्सा मंत्री ने राज्यपाल की ओर से विधानसभा सत्र आहूत करने का प्रस्ताव लौटाए जाने के मामले में पिछले दिनों चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा था कि सत्र बुलाया जाएगा तो सरकार सभी 200 विधायकों की कोविड जांच कराने को तैयार हैं, लेकिन अभी तक होटल में बंद विधायकों की सामूहिक रूप से एक बार भी जांच नहीं करवाई गई। जबकि कई मंत्री इस दौरान होटल से बाहर भी घूमे हैं।
जयपुर से लौटे 80 कांग्रेस विधायकों की हुई थी स्क्रीनिंग:
मार्च में मध्यप्रदेश के 80 कांग्रेस विधायकों की बाड़ाबंदी जयपुर में की गई थी। ये विधायक वहां से 15 मार्च को भोपाल लौटे थे। तब 16 मार्च से बजट सत्र प्रस्तावित था और कोरोना के बढ़ते प्रभाव के तर्क के आधार पर कांग्रेस विधानसभा सत्र को टालना चाहती थी।
इसी कारण जयपुर से लौटने के बाद सभी 80 विधायकों की कोविड स्क्रीनिंग की गई थी। इसमें किसी भी विधायक में कोविड के लक्षण नहीं पाए गए थे। वैसे उस वक्त तक मध्यप्रदेश में कोविड का एक भी रोगी नहीं था। मध्यप्रदेश में कोरोना का पहला रोगी 20 मार्च को जबलपुर में मिला था।
नहीं हुई जांच अब तक:
होटल में मौजूद कांग्रेस विधायकों की सामूहिक कोविड जांच नहीं की गई है।
डॉ.सुधीर भंडारी, प्राचार्य एवं नियंत्रक, एसएमएस मेडिकल कॉलेज एवं डॉ.नरोत्तम शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम