माकन ने दिए कार्रवाई के संकेत
कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन ने धारीवाल के घर हुई बैठक को अनुशासनहीनता माना है। माकन ने कहा कि विधायक दल की बैठक में विधायकों का नहीं आना अनुशासन हीनता है। इस बैठक के दौरान उन्होंने खुद बैठक बुला ली। ये भी अनुशासनहीनता है। माकन ने धारीवाल पर कार्रवाई के भी संकेत दिए है। ऐसी चर्चा है कि पार्टी शांति धारीवाल और महेश जोशी को कारण बताओ नोटिस जारी कर सकती है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच मध्यस्थता कराने के लिए हाईकमान ने मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ को दिल्ली बुलाया है।
गहलोत किसी क्लास के मॉनीटर नहीं कि जब चाहो बदल दो
रविवार शाम को प्रतापसिंह खाचरियावास जैसे ही शांति धारीवाल के घर आए मीडिया ने उन्हें घेर लिया, लेकिन बात करने में मीडिया से ज्यादा रुचि खाचरियावास ने दिखाई। वे सरकारी एसयूवी के फुटरेस्ट पर खड़े होकर करीब दस मिनट तक पत्रकारों के सवालों के जवाब देते रहे। उन्होंने कहा कि वे सीएम के साथ तनोट माता के दर्शन करके आए हैं, तनोट में पाकिस्तान के तीन सौ बम गिरे थे, एक भी नहीं फटा। यहां भी कोई बम नहीं फटने वाला है। आप चिंता मत कीजिए। उन्होंने कहा, अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं। किसी क्लास के मॉनीटर नहीं कि जब चाहो बदल दो।
… तो क्या सचिन पायलट का मुख्यमंत्री बनने का सपना टूट गया है?
सचेतक और उपसचेतक ने धारीवाल के घर कराई बैठक
विधायक दल से पहले यूडीएच मंत्री के घर यह बैठक विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी और विधानसभा में उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कराई। इसके लिए हर विधायक को इन दोनों ने फोन किया और यूडीएच मंत्री के घर जाने को कहा। इस बैठक का मकसद सिर्फ और सिर्फ किसी भी हालत में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने से रोकना था। मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और सयंम लोढ़ा ने खुलकर गहलोत का समर्थन करते हुए गहलोत को दो पदों पर बनाए रखने की वकालत की।