इस कार्यक्रम ने भरतपुर ही नहीं प्रदेश की राजनीति के नए भविष्य की इबारत लिख दी है। स्वास्थ्य कारणों से बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. सिंह इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे लेकिन सिंह के समर्थक यहां बड़ी संख्या में मौजूद थे।
इधर, जिले की राजनीति की विपरीत धाराओं के एकीकरण ने सभी को आश्चर्य में डाल दिया। कार्यकर्ताओं सहित राजनीतिक व प्रशासनिक हलकों में इस एकीकरण को लेकर बहस छिड़ गई है। राजनीति की इस नई रूपरेखा को लेकर चंद लोगों को ही जानकारी थी।
पत्रकारों को भी यही बताया गया था कि गिरीश रिसोर्ट में जाट आरक्षण पर धन्यवाद ज्ञापन को लेकर प्रेस वार्ता है। मौके पर जब राजनीतिक एकीकरण होता दिखा तो एक बारगी तो वहां मौजूद लोग भी एक बारगी चौंक गए। इस मौके पर विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने सबसे ज्यादा धन्यवाद मुख्यमंत्री को दिया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लोग इस बात को देखकर आश्चर्यचकित होंगे कि हम दोनों एक मंच पर कैसे हैं? उन्होंने स्पष्ट किया कि यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है, ना ही कोई राजनीतिक कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का आयोजन तो आभार जताने के लिए रखा गया है।
विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि हम समाज के हिसाब से एक साथ हुए हैं, जाट आरक्षण में सभी का सहयोग सराहनीय हैं इसके तहत हम सब एक हैं। वहीं डॉक्टर दिगंबर सिंह के पुत्र शैलेश सिंह का कहना है कि पिताजी की तबीयत खराब है इसलिए वे नहीं आ सके जाट आरक्षण को लेकर सभी का सहयोग रहा है इसलिए एक मंच पर हम सब को धन्यवाद दे रहे हैं।
कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहां की बीसूका उपाध्यक्ष डॉक्टर दिगंबर सिंह से उनका संबंध पुराना ही नहीं बेहद मधुर भी है और इतने गहरे संबंध है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर दिगंबर सिंह के पुत्र डॉक्टर शैलेश सिंह मेरे बेटे के समान है और मेरा आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहेगा। इस दौरान विश्वेंद्र सिंह ने एक बार फिर से सीएम राजे की तारीफ करते हुए कहा कि आरक्षण का श्रेय सीएम राजे को जाता है।