परिणाम में गड़बड़ी को लेकर किया प्रदर्शन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने बीएससी तृतीय वर्ष के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए एडम ब्लॉक के मुख्य द्वारा पर गेट बंद करके प्रदर्शन किया। छात्रों ने प्रदर्शन कर परिणाम दूबारा से जारी करने की मांग की। इस दौरान दो घंटे तक प्रदर्शन कारी छात्र एडम ब्लॉक का गेट बंद कर बाहर ही बैठे रहे। इससे काम करवाने के लिए आए लोग बाहर के बाहर व अंदर के अंदर कैद होकर रह गए। एबीवीपी की विवि इकाई अध्यक्ष हुश्यार मीणा ने बताया कि हर साल उत्तर पुस्तिकाएं जांचने की गड़बड़ी के कारण हजारों छात्र फेल कर दिए जाते है। किसी भी छात्र के इस स्तर पर 100 में से जीरों माक्र्स आना परिणाम की गड़बड़ी को दर्शाषाता है। इस दौरान संगठन के अमित बड़बड़वाल, नितिन शर्मा, सज्जन सैनी, सहित कई छात्र मौजूद रहे।
इस नियम के बाद बिगडऩे लगा परिणाम विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले सत्र से उत्तर पुस्तिका की जांच करने वाले एग्जामिनर को पेपर में आए प्रश्नों के आंसर तैयार कर दिए जाते है। इसी आंसर नोट के अनुसार एग्जामिनर उत्तर पुस्तिका की जांच करके नंबर देता है। इस प्रणाली से उत्तर पुस्तिका की जांच भी सवालों के घेरे में है। ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की इस तरह जांच की जा सकती है जबकि निबंधात्कम प्रश्नों में यह फॉर्मूला सही नहीं है।
फेल होने पर कर ली थी आत्महत्या पिछले साल भी बीएससी प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष का परिणाम में इसी प्रकार की गड़बड़ी सामने आई थे, जिसमें आधे से ज्यादा विद्यार्थी फेल हो गए थे। फेल होने पर प्रथम वर्ष के एक छात्र ने सरस पुलिया के पास ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। परिणाम की गड़बड़ी को लेकर विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन कर दूबारा से उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करवाकर परिणाम जारी करने की मांग की थी। इसके बाद विवि प्रशासन ने उत्तर पुस्तिकाओं की सैंपलिंग चेकिंग करवाने का आश्वासन दिया था। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई थी।
परिणाम में गड़बड़ी जैसी कोई बात नहीं है। विद्यार्थियों द्वारा परिणाम में गड़बड़ी को लेकर लगाए जा रहे आरोपो के संबंध में कुलपति के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी। डॉ. वी.के. गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक