गौरतलब है कि सीएसआइआर से जेआरएफ पास करने वाले विद्यार्थियों को शोध के लिए प्रतिमाह 25 हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जाती है। जिन्होंने बैंक खाते की जानकारी समय पर नहीं दी थी, उनकी छात्रवृत्ति ऑफलाइन ही दी गई। ऐसे विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के 21 लाख रुपए मानव विकास संसाधन समूह की ओर से विवि को दे दिए गए थे। लेकिन विवि ने ये छात्रवृत्ति विद्यार्थियों को नहीं दी। इससे उनके शोध कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। उधर, विवि के अधिकारियों के अनुसार इन विद्यार्थियों की अभी तक की छात्रवृत्ति कुल मिलाकर 36 लाख रुपए बनती है। जबकि केंद्र सरकार से केवल 21 लाख रुपए का बजट आया है। ऐसे में विवि ने उन्हें शेष राशि का भुगतान करने के लिए भी लिखा है।