उप जिला निर्वाचन अधिकारी (डीडीईओ) एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर (द्वितीय) सुनील भाटी ने इस जांच में राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्ष या उनके द्वारा मनोनीत प्रतिनिधि भाग ले सकते हैं। जिलाध्यक्षों द्वारा मनोनीत प्रतिनिधियों को जांच से संबंधित कार्य में भाग लेने के लिए परिचय पत्र भी दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह जांच पूर्ण होने के बाद 5 प्रतिशत ईवीएम का रेण्डम आधार पर चयन करते हुए मॉकपोल होता है। इसमें राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों द्वारा बताए गए नम्बर की ईवीएम को भी शामिल किया जा सकता है।
मतदाता सूचियों के ड्राफ्ट का प्रकाशन 31 जुलाई को
डीडीईओ भाटी ने बताया कि इस पुनरीक्षण अभियान के बाद 31 जुलाई को जयपुर जिले की मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इसके आधार पर 31 जुलाई से 31 अगस्त तक दावे और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। उन्होंने इस प्रकार मतदाता सूचियों को अपडेट करने की प्रक्रिया में सहयोग का आग्रह किया।
डीडीईओ भाटी ने बताया कि इस पुनरीक्षण अभियान के बाद 31 जुलाई को जयपुर जिले की मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन किया जाएगा। इसके आधार पर 31 जुलाई से 31 अगस्त तक दावे और आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी। उन्होंने इस प्रकार मतदाता सूचियों को अपडेट करने की प्रक्रिया में सहयोग का आग्रह किया।
पोलिंग बूथ्स के ड्राफ्ट का प्रकाशन 30 जुलाई को
भाटी ने बताया कि जिले में मतदान केन्द्रों के ‘रेस्नलाईजेशन’ का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र में एक बूथ पर 1200 तथा शहरी क्षेत्र में 1400 से अधिक मतदाता होने पर बूथों के पुर्नगठन का प्रावधान है। साथ ही मतदाताओं के लिए पोलिंग बूथ की दूरी 2 किलोमीटर से ज्यादा होने पर भी आपत्तियां दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि 21 जून से 20 जुलाई तक जिले में फील्ड विजिट करके आपत्तियों के आधार पर ‘शिफ्टिंग’ की जानी है। पोलिंग बूथ्स के प्रारूप का प्रकाशन 30 जुलाई को किया जाएगा, इससे पहले इस संबंध में कोई आपत्ति हो तो जिला निर्वाचन कार्यालय के ध्यान में लाया जा सकता है।
भाटी ने बताया कि जिले में मतदान केन्द्रों के ‘रेस्नलाईजेशन’ का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र में एक बूथ पर 1200 तथा शहरी क्षेत्र में 1400 से अधिक मतदाता होने पर बूथों के पुर्नगठन का प्रावधान है। साथ ही मतदाताओं के लिए पोलिंग बूथ की दूरी 2 किलोमीटर से ज्यादा होने पर भी आपत्तियां दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि 21 जून से 20 जुलाई तक जिले में फील्ड विजिट करके आपत्तियों के आधार पर ‘शिफ्टिंग’ की जानी है। पोलिंग बूथ्स के प्रारूप का प्रकाशन 30 जुलाई को किया जाएगा, इससे पहले इस संबंध में कोई आपत्ति हो तो जिला निर्वाचन कार्यालय के ध्यान में लाया जा सकता है।