प्रत्याशी चयन को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनो ही दल पशोपेश में है। कांग्रेस सत्ता में है और नाम तय नहीं होने के चलते समाजों का भी लगातार दोनो ही दलों पर दबाव बढ रहा है। सभी समाजों के लोग चाहते हैं कि उनके समाज के व्यक्ति को ही राज्यसभा भेजा जाए। कांग्रेस पर टिकट चयन का दबाव ज्यादा है, क्योंकि कांग्रेस सत्ता में है और चार में से तीन सीटों पर जीत का दावा उनकी पार्टी के नेता कर रहे हैं। वहीं, भाजपा एक सीट पर तो मजबूत है और दूसरी सीट पर प्रत्याशी खडा करने को लेकर अभी मंथन ही चल रहा है। प्रत्याशी चयन में किसी तरह का विरोध ना हो। इसलिए नामांकन के आखिरी समय तक प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे।