भारतीय जनता पार्टी इन दिनों पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के वर्षों पुराने प्रभुत्व को ख़त्म करके विजयी पताका फहराने के मिशन में जुटी हुई है। पार्टी की इस कवायद में राजस्थान के भाजपा नेताओं को भी अहम् जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। इसी क्रम में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री व जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का भी नाम जुड़ गया है।
दरअसल, भाजपा आलाकमान ने राठौड़ को उन 22 नेताओं में चुना है जो पश्चिम बंगाल प्रदेश में पार्टी की पकड़ मजबूत बनाने की दिशा में काम करेंगे। जयपुर ग्रामीण सांसद सहित चुने गए तमाम नेताओं पर प्रदेश की 100 से ज़्यादा सीटों पर जीत की रणनीति बनाने की ज़िम्मेदारी रहेगी। ऐसे में राठौड़ जल्द ही पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए रणनीति बनाते नज़र आयेंगे। इस महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी के साथ ही उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी रहेगी।
जोधपुर सांसद पर भी दारोमदार
राठौड़ से पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को भी भाजपा आलाकमान ने मिशन ‘पश्चिम बंगाल फतह’ में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘गढ़’ में पार्टी पक्ष में माहौल बनाने के लिए वे बीते कई दिनों से प्रचार और जनसंपर्क अभियान में सक्रीय हैं। बंगाल प्रवास के दौरान ‘फील्ड’ में उतरकर अपना पूरा दम-ख़म लगाते दिख रहे हैं।
राठौड़ से पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को भी भाजपा आलाकमान ने मिशन ‘पश्चिम बंगाल फतह’ में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘गढ़’ में पार्टी पक्ष में माहौल बनाने के लिए वे बीते कई दिनों से प्रचार और जनसंपर्क अभियान में सक्रीय हैं। बंगाल प्रवास के दौरान ‘फील्ड’ में उतरकर अपना पूरा दम-ख़म लगाते दिख रहे हैं।
चुनिन्दा सीटों पर फोकस, दिलाएगी जीत!
पश्चिम बंगाल की कुल 294 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति के दम पर चुनाव जीतने की जद्दोजहद में जुटी हैं। भाजपा केंद्रीय संगठन ने भी बंगाल की ऐसी करीब 100 सीटों को चुना है जहां फोकस करके सत्ता तक पहुंचा जा सकता है। इन्हीं सीटों पर मजबूत रणनीति बनाने के लिए फिलहाल 22 नेताओं को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी जा रही है।
पश्चिम बंगाल की कुल 294 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति के दम पर चुनाव जीतने की जद्दोजहद में जुटी हैं। भाजपा केंद्रीय संगठन ने भी बंगाल की ऐसी करीब 100 सीटों को चुना है जहां फोकस करके सत्ता तक पहुंचा जा सकता है। इन्हीं सीटों पर मजबूत रणनीति बनाने के लिए फिलहाल 22 नेताओं को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक़ अन्य नेताओं के साथ ही जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन राठौड़ के पास भी पांच-छह सीटों का प्रभार रहेगा। इन प्रभारियों को संगठन और प्रचार अभियान की पूरी जिम्मेदारी दी जायेगी। माना जा रहा है कि चुने गए नेताओं को जल्द ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलवाया जा सकता है।
राठौड़ पर संगठन का भरोसा कायम
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भले ही मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हैं, लेकिन भाजपा का केंद्रीय संगठन लगातार उनपर विश्वास कायम रखे हुए है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राठौड़ को अपनी टीम में राष्ट्रीय प्रवक्ता की अहम् ज़िम्मेदारी दी ही है। अब उनपर पश्चिम बंगाल के ‘अति-महत्वपूर्ण’ चुनाव में भी पार्टी ने विश्वास जताया है।
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भले ही मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हैं, लेकिन भाजपा का केंद्रीय संगठन लगातार उनपर विश्वास कायम रखे हुए है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राठौड़ को अपनी टीम में राष्ट्रीय प्रवक्ता की अहम् ज़िम्मेदारी दी ही है। अब उनपर पश्चिम बंगाल के ‘अति-महत्वपूर्ण’ चुनाव में भी पार्टी ने विश्वास जताया है।
वसुंधरा राजे के नाम पर सस्पेंस कायम
भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की धूंआधार रैलियाँ जारी है। पार्टी की कोशिश कई ऐसे चेहरों को भी चुनाव अभियान में उतारने पर हैं जो चर्चित राजनेता हों। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी की मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को भी प्रचार अभियान में उतार सकती है।
भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की धूंआधार रैलियाँ जारी है। पार्टी की कोशिश कई ऐसे चेहरों को भी चुनाव अभियान में उतारने पर हैं जो चर्चित राजनेता हों। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी की मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को भी प्रचार अभियान में उतार सकती है।
गौरतलब है कि राजे इन दिनों दिल्ली प्रवास पर ही हैं और बीते कुछ दिनों में उनकी जेपी नड्डा से कई दौर की मुलाकातें भी हो चुकी हैं।