रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में यह कैसा कानून का राज है। हनुमानगढ़ में एक दुष्कर्म का मुख्य आरोपी पैरोल पर बाहर आता है और पीड़िता को आग लगा देता है। एसएमस में उस पीड़िता की मौत हो गई है। उसकी मौत से सरकार पर सवालिया निशान लग गया है कि आखिरी राजस्थान में बहन-बेटियां कब सुरक्षित होंगी। सरकार ऐसी घटनाओं को गंभीरता से क्यों नहीं लेगी। सरकार को इस तरह के मामले गंभीरता से लेते हुए दोषियों को सजा दिलाने का काम करे।
चिरनिद्रा में सोई है गहलोत सरकार राजेंद्र राठौड़ ने अजमेर के किशनगढ़ में दिनदहाड़े घर में घुसकर एक युवती अपहरण की घटना को लेकर सरकार पर निशाना है। उन्होंने ट्वीट किया कि हवाई फायरिंग करते हुए पिता पर जानलेवा हमला और युवती के अपहरण की घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रदेश में कानून का राज कायम करने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार चिरनिद्रा में सोई हुई है। राज्य में कानून व्यवस्था मृत प्राय है। अपराधियों के हौंसले चरम पर हैं। जिस कारण से आपराधिक तत्व कानून व्यवस्था का मखौल उड़ाते हुए बेखौफ होकर ऐसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। यह घटना कांग्रेस शासन के जंगलराज की कहानी को बयां करती है।