इससे गुस्साए अभ्यर्थियों और उनके परिजनों ने कॉलेज के बाहर हंगामा कर दिया। हालांकि बोर्ड ने प्रवेश पत्र के साथ दिए निर्देशों में स्पष्ट कर दिया था कि परीक्षा केंद्र एक घण्टे पहले बंद होगा। अधिकांश अभ्यर्थियों व विशेषज्ञों का कहना है कि एक घण्टे पहले परीक्षा केंद्र के दरवाजे बंद करना व्यावहारिक रूप से सही नहीं है। संभवत: रीट पहली परीक्षा है, जिसमें परीक्षा शुरू होने से एक घण्टे पहले परीक्षार्थियों का प्रवेश बंद किया गया।
कई जगह से परीक्षा को लेकर अच्छी तस्वीर भी सामने आई । झुंझुनूं के मंडावा मोड़ स्थित महर्षि दयानंद बालिका महाविद्यालय केंद्र पर एक महिला अपने बच्चे को साथ लेकर पहुंची। बच्चे के साथ उसे केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया। समय होता देख महिला ने बच्चे को वहां पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी को संभलाया और खुद परीक्षा देने केंद्र में चली गई। सूचना पर बच्चे के परिजन वहां पहुंचे और बच्चे को संभाला।