जयपुर

REET प्रकरण पर भाजयुमो का प्रदर्शन, पैदल मार्च के बीच पुलिस से हुआ सामना, और फिर…

बत्तीलाल गिरफ्तार, पर डोटासरा बर्खास्तगी और सीबीआई जांच मांग पर ‘हंगामा’ जारी, भाजयुमो का जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन

जयपुरOct 11, 2021 / 02:38 pm

Nakul Devarshi

जयपुर।

प्रदेश की सबसे बड़ी अध्यापक पात्रता परीक्षा, रीट के पेपर लीक प्रकरण में भले ही मुख्य आरोपी बत्तीलाल मीणा पुलिस गिरफ्त में आ गया है लेकिन प्रमुख विपक्षी भाजपा अब भी इस प्रकरण को पुरज़ोर तरीके से उठाकर गहलोत सरकार को चौतरफा घेरने की कवायद में है। इसी क्रम में आज पार्टी की यूथ इकाई भाजपा जनता युवा मोर्चा एक बार फिर सड़कों पर उतरी।

 

मुख्य प्रदर्शन राजधानी जयपुर में हुए जहां युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा मुख्यालय से राजभवन तक पैदल मार्च के रूप में रवाना हुए। हालाँकि बीच रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे बढ़ने लगे जिसके बाद स्थितियां बेकाबू हो गईं। कार्यकर्ताओं को तीतर-बितर करने के लिए पुलिस को कुछ जगहों पर बल प्रयोग भी करना पड़ा।

 

प्रदर्शन के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया भी पहुंचे। उन्होंने भी रीट प्रकरण में शिक्षा मंत्री को बर्खास्त किये जाने और मामले की सीबीआई जांच की मांग की गौरतलब है कि रीट परीक्षा में कथित अनियमितता मामले को लेकर भाजयुमो की ओर से आज प्रदेश भर में राज्य सरकार का विरोध जताया गया है।

 

रीट परीक्षा का नया टाइम टेबल जारी कर दोबारा हो आयोजन : रामलाल

प्रदेश भाजपा ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा भर्ती- रीट को एक बार दोबारा नए सिरे से आयोजित करने की मांग उठाई है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने मांग की है कि सरकार ने हाल ही में जो रीट परीक्षा आयोजित की है उसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई है। ऐसे में इस बार की भर्ती को रद्द कर इसका नया टाइम टेबल जारी कर नए सिरे से परिक्षा आयोजित की जाए।

 

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि रीट परीक्षा का पेपर इस प्रकरण के मुख्य आरोपी बत्तीलाल मीणा के पास पहले ही आ गया था। उसने संभवतया इस परीक्षा पेपर को अपने कई करीबियों और जानकारों तक पहुंचाया है। वहीं सरकार ने भी इस परीक्षा में बड़े स्तर पर अनियमितता होने की बात स्वीकारते हुए कई अधिकारियों और कार्मिकों पर कार्रवाई की है। इन तमाम पहलुओं को देखते हुए सरकार को इस परीक्षा को नए सिरे से करवाना चाहिए।

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