प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता नरेश पाल गंगवार ने बताया कि खरीद केन्द्रों को भी निर्देशित किया जा रहा है कि खरीद के दौरान भीड़भाड़ की स्थिति नहीं बने तथा सुचारू रूप से खरीद भी हो जाए और संक्रमण से बचाव भी हो जाए। उन्होंने बताया कि खरीद के दौरान 50 से अधिक किसानों का इक्कठे नहीं हों इसको सुनिश्चित किया जाएगा। प्रबंध निदेशक, राजफैड सुषमा अरोड़ा ने बताया कि किसान ई.मित्र केन्द्र या संबंधित खरीद केन्द्र पर रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। इसके लिए किसान को अपनी पहचान के रूप में आधार कार्ड,जनआधार, भामाशाह कार्ड, फसल संबंधी दस्तावेज के लिए गिरदावरी तथा बैंक खाते की पासबुक की फोटोप्रति लेकर जानी होगी तथा गिरदावरी के पी.35 का क्रमांक एवं दिनांक भी अपलोड करवाना होगा। उन्होंने बताया कि जो किसान अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहा है उसे स्वयं ई.मित्र केन्द्र पर जाना होगा और अपना अभिप्रमाणन करवाना होगा। उसके बाद ही किसान का रजिस्ट्रेशन संभव होगा।
सुषमा अरोड़ा ने बताया कि एक मोबाइल नम्बर पर एक ही किसान का पंजीयन किया जाएगा तथा पंजीयन का कार्य प्रात: 9 बजे से सायं 7 बजे तक होगा। उन्होंने बताया कि किसान की कृषि भूमि जिस तहसील में होगी उसी तहसील के कार्यक्षेत्र में आने वाले खरीद केन्द्र का चयन रजिस्ट्रेशन के दौरान कर सकेगा। उन्होंने बताया कि किसान को उसकी पंजीकरण दिनांक के आधार पर सॉफ्टवेयर द्वारा वरीयता के अनुसार तुलाई हेतु दिनांक एवं जिन्स की मात्रा का आवंटन किया जाएगा तथा इसकी सूचना किसान के पंजीकृत मोबाइल पर एसएमएस द्वारा दी जाएगी।