कटारिया ने कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार ने अपने खजाने से प्रदेश की जनता के लिए क्या कुछ किया है उसका भी हिसाब देना चाहिए। कांग्रेस के नेताओं ने सरकार बनाने से पहले वादा किया था कि हर परिवार के खाते में 7500 रुपए डाले जाएंगे, लेकिन आज तक एक पैसा किसी के भी खातों में नहीं डाला गया, जबकि कर्नाटक सहित कई सरकारों ने यह काम कर डाला।
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कटारिया के बयान जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में मजदूर को रोटी, रोजगार और खाते में पैसा चाहिए। भूख, गर्मी, प्यास से परेशानी से मजदूर दम तोड़ रहा है। अब तक इस वजह से लगभग 666 लोगों की मौत हो चुकी है। कम से कम जनता केंद्र सरकार से कुछ मांग रही है तो उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि राजस्थान के भाजपा नेता केंद्र की पैरवी करने का काम कर रहे हैं बिना काम के बावजूद ही राजनीति करने में जुटे हैं। हमने हजारों करोड़ खाते में डाले हैं लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा था 15 लाख जमा करा दूंगा, अच्छे दिन लेकर आऊंगा। ना तो 15 लाख मिले और ना अच्छे दिन आए।