इधर, हड़ताल को पांच-छह दिन होने से यात्रियों को यात्रा में भारी परेशानी का समय करना पड़ रहा है। यात्री यात्रा करने के लिए रोडवेज बस स्टैण्ड पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई बस नहीं मिल रही है। मजबूरन उन्हें निजी वाहनों में यात्रा करनी पड़ रही है। निजी वाहनों में भी बैठने के लिए जगह नहीं मिल रही है और कुछ वाहनों में निर्धारित से ज्यादा किराया भी वसूला जा रहा है। इससे यात्रियों की जेब हल्कान हो रही है।
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल: निकाली रैली तो बीच में आई पुलिस फोर्स राजस्थान की जनता 6 दिन से बे-बस हैं। कर्मचारी हड़ताल, धरने प्रदर्शन पर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे है। और सरकार गौरव यात्रा पर जनता को सपने दिखा रही है। शनिवार को राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने सिंधी कैंप केंद्रीय बस स्टैंड से रैली निकाली।
रैली पोलोविक्ट्री तक जाकर वापस बस स्टैंड आनी थी, लेकिन पुलिस फोर्स ने कानून व्यवस्था बनाने के लिए रैली को निकास द्वार से बाहर ही नहीं निकलने दिया। कर्मचारियों की नारेबाजी के बाद पुलिस ने समझाइश की। इसके बाद रैली निकास द्वार से रवाना होकर प्रवेश द्वार से वापस अंदर आकर समाप्त हो गई। इसके बाद कर्मचारी फिर से बस स्टैंड पर सभा स्थल में बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। वहीं, भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध फैडरेशन के कर्मचारियों का आमरण अनशन 13 सितंबर से चल रहा हैं। इसमें शनिवार को भी अनशन जारी रहा। बाइट- दाढ़ी में किशन सिंह कर्मचारी नेता बिना दाढ़ी में एम एल यादव