यूरोलोजिस्ट डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि यूरीन में ब्लड आना गंभीर रोग का कारण हो सकता है। यूरीन में ब्लड आने को चिकित्सीय भाषा में हेमैटुरिया कहा जाता है। यह किडनी, ब्लैडर या प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण हो सकता है। वहीं कुछ अनुवांशिक डिसऑर्डर जैसे सिकल सेल एनिमिया, आईजीए नेफ्रोपैथी रोग में भी यूरीन से ब्लड आता है। वहीं अगर किडनी में चोट लग जाए, खून को पतला करने वाली दवाइयों का सेवन, अत्याधिक वर्कआउट करने से भी यूरीन में ब्लड आता है। हेमैटुरिया का उपचार उसके कारणों के आधार पर किया जाता है। समस्या किडनी, मूत्रमार्ग या प्रोस्टेट से जुड़े कैंसर के कारण है तो इसका इलाज रोबोटिक सर्जरी द्वारा किया जाने लगा है जो काफी आसान है। रोबोटिक सर्जरी से उपचार की सफलता की प्रतिशतता भी ज्यादा है।
रोबोटिक सर्जरी से इलाज और बेहतर होने लगा है। रोबोटिक सर्जरी से सर्जन के हाथों के कंपन्न और गति को कम करके सर्जरी को ज्यादा सटीकता से किया जा सकता है। डॉ. देवेंद्र ने बताया कि इसके लिए सर्जरी में कंप्यूटर और रोबोट की मदद ली जाती है। सर्जरी करने वाले रोबोट को कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित किया जाता है। मरीज के शरीर में छोटे-छोटे छेद कर शरीर में उपकरण डाल दिए जाते हैं और रोबोटिक्स आर्म्स से जोड़ दिए जाते हैं। सर्जन मरीज से दूर समतल सतह पर बैठ जाता है जिस पर मशीन के सभी नियंत्रक उपकरण लगे होते हैं, जिन्हें कंसोल कहा जाता है। किडनी के छोटे ट्यूमर के लिए पार्शियल नेफ्रेक्टमी और प्रोस्टेट कैंसर के उपचार में रोबोटिक सर्जरी काफी कारगर है।