बिना उकसावे के हमला रेसुब अधिकारियों के मुताबिक बशीरहाट रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आरपीएफ बैरक के पास तैनात आरपीएफ के दो जवानों पर पांच छह युवकों ने बिना किसी कारण हमला कर दिया। उनपर लाठी, डंडों से प्रहार किया गया। खबर पाकर बशीरहाट रेलवे स्टेशन के प्रभारी आरपीएफ अधिकारी विनय रॉय कार्यालय से बाहर आ तो उनपर भी हमला किया। घटना के बाद आरपीएफ और बशीरहाट जीआरपी की पुलिस मौके पर पहुंची। उनके पहुंचने से पहले हमलावर फायरिंग कर वहां से फरार हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां गंभीर चोटों के कारण एसआई बिनय रॉय (52), कांस्टेबल राम प्रताप पटेल (30) को भर्ती किया गया । वहीं घायल विकास कुमार यादव और एमके जहांगीर को प्राथमिक चिकित्सा के बाद छोड़ दिया गया।
रेलवे की जमीन पर कब्जाधारियों ने किया हमला इधर स्थानीय सूत्रों के मुताबिक हमले के पीछे बशीरहाट में रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों का हाथ है। सियालदह के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त ए इब्राहिम शरीफ ने कहा कि हमला बिना उकसावे के किया गया है। लाठी डंडो से लैस हमलावरों ने आरपीएफ बैरक के पास हमला किया। हमलावरों के पास असहले भी थे। हमलावरों ने चार राउंड फायरिंग भी की है। किसी को गोली नहीं लगी है।
महिलाओं ने किया विरोध इस घटना के बाद रात में सीनियर कमांडेंट समेत रेलवे सुरक्षा के अधिकारी बशीरहाट गए। उन्हें घेरकर बस्ती की महिलाओं ने आरपीएफ के उत्पीडऩ की शिकायत की। रेसुब सुरक्षित नहीं तो यात्रियों का क्या होगा
इधर, घटना के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ रहा है। लोगो ंका कहना है कि जब बैरक के सामने रेलवे पुलिस के अधिकारी और जवान ही सुरक्षित नहीं है तो रेल यात्रियों की सुरक्षा का क्या होगा।